दुर्ग- केंद्रीय विद्यालय दुर्ग में हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन पुरुषोत्तम साहू ने किया। इस अवसर पर शैक्षिक नवाचार के अंतर्गत कक्षा छठवीं बी के छात्र-छात्राओं की रचनाओं को प्रकाशित किया गया। पत्रिका का नाम नन्ही कलम रखा गया।
पत्रिका का विमोचन करते हुए प्राचार्य श्री उमाशंकर मिश्र ने सभी बच्चों को बधाई दी और कहा- आज हम हिंदी दिवस पर हिंदी में लिखने पढ़ने की बात कर रहे हैं किंतु हम सभी को लिखने और पढ़ने का शौक पालना चाहिए। इससे व्यक्तित्व का विकास होता है। पढ़ने और लिखने से दिमाग सक्रिय होता है और नई जानकारी मिलती है। लिखने से विचारों को व्यक्त करने का कौशल विकसित होता है। पढ़ने और लिखने से बातचीत करने का कौशल विकसित होता है। मोबाइल से आपके सोने की शक्ति प्रभावित होती है ।
डॉ अजय आर्य ने जानकारी देते हुए कहा कि नन्ही कलम में कक्षा छठवीं के छात्रों की रचनाएं शामिल की गई है। प्रत्येक बच्चे को एक कविता लिखने के लिए प्रेरित किया गया था। पाठ्य पुस्तक की कविता को पढ़ाते हुए बच्चों को कविता लिखने के लिए प्रेरित किया गया था। इसमें कक्षा छठवीं बी के 47 बच्चों ने भाग लिया था। मैं सभी अभिभावकों से निवेदन करता हूं कि बच्चों को पढ़ने लिखने का अधिक से अधिक अवसर दें। प्रतिदिन बच्चों को उनकी रुचि का कुछ भी पढ़कर सोने की आदत डालें।
कार्यक्रम में कमल सोनी, पुरुषोत्तम साहू उषा रानी शहनाज महेंद्र कमल सोनी पुष्पा बड़ा, डॉ राखी श्रीवास्तव, सतीश धीवर, टकेश्वर साहू कल्पना शर्मा, रचना पाल, डॉ अजय आर्य आदि सहयोगी उपस्थित रहे। हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में पुस्तकालय अध्यक्ष संजू कुमारी के नेतृत्व में हिंदी पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
इन छात्रों की रचनाओं से बनी है पत्रिका
आकाशी साहू, हर्षिता, सोनवानी, चंचल, हर्षीन, देविका, मीनाक्षी आद्या, मौसमी श्रेयादिता, प्रांजल, रेशमा , संजना, वंशिका साहू ,वंशिका ताम्रकार, रचिता साक्षी वर्मा, वंशिका बेल चंदन, यशवी, पूर्वी साहू, पूर्वी कोटुरवर, रेणुका, आरोही, आयुषी, दिव्यांशी, अविका, हर्षिता देशमुख, यश, हरमुख, सिद्धार्थ, प्रत्यूष, नवनीत, अभिनव, आदित्य सेन, आदित्य सिन्हा, युक्त, युग, सोमेश, वेदांत, सुशांत, वृषभ, वरुण, समीर, चंद्रकांत, मयंक दास, मयंक साहू, प्रियांशु, लक्ष्य, नुराज।
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