सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग (एसईडी) द्वारा आयोजित इन-प्लांट सेफ्टी सर्कल प्रतियोगिता का आयोजन 9,10 एवं 11 सितंबर 2024 को मानव संसाधन विकास केंद्र के सभागार में आयोजित किया गया था। 11 सितंबर को एचआरडीसी कॉन्फ्रेंस हॉल में सेफ्टी सर्कल प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता थे।
इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार एवं क्वालिटी सर्कल फोरम ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष और एसईडी के पूर्व सीजीएम जी पी सिंह अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित विशेष रूप से उपस्थित थे।
समारोह के प्रारम्भ में अतिथियों का सम्मान किया गया तथा महाप्रबंधक प्रभारी (सेफ्टी) एस के अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया। श्री अग्रवाल ने सेफ्टी सर्कल की अब तक की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। इसके पश्चात प्रतियोगिता की विजेता, ब्लास्ट फर्नेस-8 की टीम सुकृति ने सभागार में उपस्थित मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों के समक्ष सुरक्षा उपायों पर अपना अनुकरणीय कार्य प्रस्तुत किया।
प्रथम उपविजेता वाटर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की टीम सेवियर्स एवं द्वितीय उपविजेता पॉवर एवं ब्लोइंग स्टेशन की टीम सेफटेक रही। इन सभी विजेता टीमों को मुख्य अतिथियों ने पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया एवं उन्हें इस तरह के सराहनीय प्रयासों के लिए प्रोत्साहित किया। भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से इस महत्वपूर्ण पहल के विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
मुख्य अतिथि, अनिर्बान दासगुप्ता ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षा जागरूकता और संस्कृति के निर्माण में ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर दोनों दृष्टिकोणों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भविष्य के कार्यक्रमों में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की अधिक भागीदारी तथा संयंत्र में अधिक से अधिक सेफ्टी सर्कल टीम के गठन पर विशेष बल दिया।
जी पी सिंह ने अपने संबोधन में, कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसकी उन्होंने पहल की थी। साथ ही उन्होंने अतियों और प्रतिभागियों के समक्ष इसे एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने के लिए अपना दृष्टिकोण व्यक्त किया।
अंजनी कुमार ने प्रतिभागियों को शून्य दुर्घटनाओं के अंतिम लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, सुरक्षा पहल में सुधार के अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। एस मुखोपाध्याय ने दुर्घटनाओं को रोकने में खतरे और जोखिम विश्लेषण के महत्व पर जोर दिया। जबकि ए के चक्रवर्ती ने कार्यबल के बीच एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। वहीँ पवन कुमार ने प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मुख्य महाप्रबंधक (एसईडी) देवदत्त सत्पथी के द्वारा दिया गया। जबकि इस कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक (एसईडी) सुमित कुमार ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के टीम के सहायक महाप्रबंधक (एसईडी) अजय गोने, वरिष्ठ प्रबंधक (एसईडी) अजय टल्लू, सहायक प्रबंधक (एसईडी) सुमित कुमार, सहायक प्रबंधक (एसईडी) सूरज वर्मा, सहायक प्रबंधक (एसईडी) आशुतोष प्रधान, सहायक प्रबंधक (एसईडी) अरिजीत रॉय, सहायक प्रबंधक (एसईडी) वेंकटपति राजू तथा अन्य मेम्बर का सहयोग रहा।
09 सितंबर को कार्यक्रम का उद्घाटन, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवायें) पी के सरकार द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक (ओएचपी) पी आर भल्ला, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एलडी एंड बीई) श्रीमती निशा सोनी, मुख्य महाप्रबंधक (पावर फेसिलिटी) राजीव पाण्डेय एवं मुख्य महाप्रबंधक (एसईडी) देवदत्त सत्पथी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि ने प्लांट में सेफ्टी कल्चर को बढ़ाने के लिए सेफ्टी सर्कल के महत्व को रेंखाकित किया अन्य अतिथियो ने भी प्लांट सुरक्षा से संबंधित अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाप्रबंधक प्रभारी (सेफ्टी) एस के अग्रवाल के द्वारा इस प्रतियोगिता के उद्देश्य, कार्यान्वयन एवं बीएसपी के प्रतिभागियों के विषय में संक्षिप्त विवरण दिया।
प्रांरभ के दो दिनों (9 एवं 10 सितम्बर) के कार्यक्रम में 34 टीमों ने भाग लिया, जिसमें बीएसपी कर्मचारी और ठेका श्रमिक शामिल थे। सभी टीमों ने अपने किये गए सुरक्षा उपायों के केस स्टडी को प्रस्तुत किया, जिसका मूल्यांकन 6 निर्णायकों द्वारा दो दिनों किया गया।
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