
जिले में अब तक 559.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज
दुर्ग / जिले में 01 जून से 09 सितंबर तक 559.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सर्वाधिक वर्षा 901.8 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 394.3 मिमी धमधा तहसील में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील दुर्ग में 523.9 मिमी, तहसील बोरी में 437.1 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 533.5 मिमी और तहसील अहिवारा में 568.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 09 सितंबर को तहसील पाटन में 1.0 मिमी एवं तहसील भिलाई-3 में 17.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
’तीव्र गरज और गाज (आकाशीय बिजली) से बचने के लिए क्या करें और क्या ना करें’
दुर्ग / बारिश के मौसम में तीव्र गरज चमक के साथ गाज गिरने की प्रबल संभावना होती है जिससे जान-माल की नुकसान होती है। आकाशीय बिजली से बचने लोगों को अपने स्तर से सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।
’यदि आप घर/कार्यस्थल पर हैं’
’क्या करें’
अधेरे आसमान के बदलते रंग और बढ़ती हवा के वेग पर नजर रखें, यदि आप गड़गड़ाहट सुनते हैं तो सावधान रहें आकाशीय बिजली (गाज) के संपर्क में आने से बचें। अद्यतन निर्देशांे के लिए स्थानीय मीडिया पर निगरानी रखे। घर के अंदर रहे और यदि संभव हो तो यात्रा से बचे। खिड़कियां और दरवाजे बंद करें, और अपने घर के बाहर की वस्तुओं को सुरक्षित करें (जैसे फर्नीचर, डिब्बे, आदि)सुनिश्चित करें कि बच्चे और पालतू जानवर अंदर हैं। अनावश्यक बिजली के उपकरणों को अनप्लग करें। पेड की लकड़ी या किसी भी अन्य मलबे को हटा दें जो दुर्घटना का कारण बनः सकता है।
’क्या ना करें’
स्नान या शॉवर लेने से बचें और बहते पानी से दूर रहें। ऐसा इसलिए है क्योंकि धातु के पाइप के साथ आकाशीय विजली (गाज) प्रवाहित हो सकती है।दरवाजे, खिडकियां, फायरप्लेस, स्टोव या किसी अन्य विद्युत कंडक्टर से दूर रखे। कॉर्डेड फोन और अन्य बिजली के उपकरणों के उपयोग से बचे जो बिजली का संचालन कर सकते हैं।
’यदि आप घर के बाहर (खुले मैदान)में हैं’
तुरंत सुरक्षित आश्रय पर जाएं धातु संरचना/धातु की चादर के साथ निर्माण जैसे आश्रय से बचें। आदर्श रूप से,एक निचले क्षेत्र में आश्रय खोजे और सुनिश्चित करें कि चुना गया स्थान बाढ़ की संभावना से परे हो। अपने आप को एक छोटा बनाने के लिए पैरों को एक साथ रखें और सिर नीचे रखें। आपकी गर्दन को पीछे खड़े बाल संकेत कर सकते हैं कि आकाशीय बिजली (गाज) निकटस्थ है। जमीन पर सपाट खड़े न रहें। यह एक बड़ा लक्ष्य बना देगा। सभी उपयोगिता लाइनों (फोन,पावर, आदि), धातु की बाडी, पेड़ और पहाड़ी से दूर रहें। इन आचरण विद्युत के रूप में पेड़ो के नीचे शरण न लें। रबर सोल वाले जूते और कार के टायर बिजली से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं।
’यदि आप यात्रा/सफर/रास्ते पर हैं’
साइकिल, मोटरसाइकिल या वाहनों से दूर रहें जो आकाशीय बिजली (गाज) को आकर्षित कर सकते हैं। सुरक्षित आश्रय प्राप्त करें। यदि नौका विहार या तैराकी कर रहे हो, तो जितनी जल्दी हो सके उतरें और सुरक्षित शरण ले। तूफान के दौरान, अपने वाहन में तब तक रहे जब तक कि मदद नहीं आती है या तूफान गुजर नहीं जाता है (धातु की छत सुरक्षा प्रदान करती है यदि आप अंदर की धातु को नहीं छू रहे हैं)। वाहन की खिड़कियां बंद होनी चाहिए और पेडों/बिजली लाइनों से वाहन दूर पार्क करे।
’इलाज’
ऐसे व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं जो आकाशीय बिजली (गाज गिरने से चोटिल हुआ हो,हो सके तो प्राथमिक उपचार दें। आकाशीय बिजली (गाज) की चपेट में आने वाले लोगों को कोई विद्युत आवेश नहीं होता है और उन्हें सुरक्षित रूप से संभाला जा सकता है। टूटी हुई हड्डियों, सुनने और आंखों की रोशनी कम होने की जाँच करें। आकाशीय बिजली (गाज) का शिकार व्यक्ति अलग-अलग डिग्री तक जल सकता है, प्रभावित शारीरीक स्थान चोट की जाँच करें।
समावेशी शिक्षा अंतर्गत स्पीच थैरेपिस्ट एवं स्पेशल एजुकेटर हेतु 14 सितम्बर तक आवेदन आमंत्रित
दुर्ग / प्रबंध संचालक राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के तहत स्पेशल एजुकेटर के (31 मार्च 2025 तक) एवं स्पीच थैरेपिस्ट का पदाकंन हेतु आवेदन आमंत्रित है। जिला शिक्षा अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार इच्छुक आवेदक अपना आवेदन जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा दुर्ग को 14 सितम्बर 2024 तक गूगल लिंक https://forms.gle/wnuvfHerBoYfxj8L6 पर आवेदन कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी हेतु जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा दुर्ग छ.ग. के सूचना पटल पर चस्पा जानकारी का कार्यालयीन समय में अवलोकन कर सकते हैं।
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