दुर्ग / उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने शिक्षिका डॉ. सरिता साहू द्वारा लिखित पुस्तक ‘छत्तीसगढ़ का सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक इतिहास’ का विमोचन किया। उन्होंने रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में इसका विमोचन किया। वर्तमान में इतिहास लेखन की एक नई विधि मौखिक परंपरा से इतिहास लेखन की पद्धति से इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक इतिहास को लिपिबद्ध किया गया है।
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि समाज की बेटी डॉ. सरिता साहू ने छत्तीसगढ़ के इतिहास पर कई किताबें लिखी हैं। इस तरह की प्रतिभाओं को प्रदेश और देश की प्रतिभा बनाने की महती जिम्मेदारी साहू समाज की है।
विधायक सर्वश्री भोलाराम साहू, ईश्वर साहू, दीपेश साहू, इंद्र कुमार साहू, रोहित साहू, संदीप साहू, मोती लाल साहू, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष टहल सिंह साहू और उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू सहित साहू समाज के अनेक पदाधिकारी तथा अधिकारी-कर्मचारी पुस्तक के विमोचन के दौरान मौजूद थे।
पेशे से शिक्षिका भिलाई की डॉ. सरिता साहू ने छत्तीसगढ़ के इतिहास के विविध पहलुओं पर अब तक कुल 14 किताबें लिखी हैं। ओड़ जाति की ऐतिहासिक और प्रचलित लोककथाओं पर आधारित उनकी पुस्तक ‘ओड़ जाति की लोककथाएं’ को दुर्ग स्थित शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की एम.ए.-हिन्दी और एम.ए.-छत्तीसगढ़ी पाठ्यक्रम में संदर्भ पुस्तक के रूप में शामिल किया गया है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में डॉ. सरिता साहू को कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए समाज गौरव सम्मान से भी सम्मानित किया
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