छत्तीसगढ़भिलाई

शिव महापुराण के सांतवें और अंतिम दिन शिव भक्तों का जलसैलाभ: पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने जुटे लाखों श्रद्धालु…

भिलाई। भिलाई के जयंती स्टेडियम में सीहोर वाले अंतराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के श्रीमुख से शिव महापुराण के सांतवें और अंतिम दिन शिवभक्तों का जनसैलाभ देखने को मिला। तीनों वाटर प्रूफ डोम पंडाल और आस-पास लाखों की संख्या में भक्त मौजदू रहे।

शिव महापुराण के सांतवें और अंतिम दिन शिव भक्तों का जलसैलाभ: पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने जुटे लाखों श्रद्धालु...

कथा की अंतिम दिन और खुले मौसम की वजह से भारी तादाद में लोग कथा का श्रवण करने जुटे। पंडित मिश्रा ने भक्तों से शिव जी को एक लोटा जल चढ़ाने का आह्वाहन किया। आयोजक बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष दया सिंह ने बताया कि, प्रदेश के मुखिया विष्णु देव साय जी की धर्मपत्नी कौशल्या साय जी लगातार 7वें दिन शिव महापुराण सुनने पहुंची।

पंडित मिश्रा ने दया सिंह और समिति की सराहना करते हुए कि, मैं दया सिंह जी और पूरी समिति, शाशन, प्रशासन और हर एक कार्यकर्ता जो इस आयोजन से जुड़ा है उनका बहुत बहुत साधुवाद करता हूं। खास कर दया सिंह जी का जिन्होंने 4-5 दिन के भीतर इतनी बड़ी व्यस्वथा की और शिव महापुराण की कथा लाखों लोगों को श्रवण कराया।

शिव महापुराण के सांतवें और अंतिम दिन शिव भक्तों का जलसैलाभ: पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने जुटे लाखों श्रद्धालु...

अंतिम दिन की कथा में CM साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय, भिलाई निगम महापौर नीरज पाल, भिलाई भाजपा जिला अध्यक्ष महेश वर्मा, भाजपा-कांग्रेस के पार्षदगण, दुर्ग सांसद विजय बघेल की धर्मपत्नी रजनी बघेल, विधायक देवेंद्र यादव की माता, जस्टिस PP साहू की धर्मपत्नी समेत लाखों की संख्या में भक्त बाबा के पंडाल में कथा सुनने पहुंचे।

“नौकरी ऐसी हो जहां जाने का मन करे और घर ऐसा हो जहां आने का मन करे”

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, अगर आप ऑफिस जाते है और पहली फाइल उठाने से ही टेंशन आ जाता है तो आपका नौकरी पर जाने का मन नहीं करता। इसी तरह घर में अगर कलेश हो रहा है, परिवार वालों से विवाद हो रहा है तो घर आने का मन नहीं करता। इसलिए नौकरी ऐसी हो जहां जाने का मन करे और घर ऐसा हो जहां आने का मन करे।

जूता, कपड़ा और रिश्ता जब कष्ट दें… उसे त्याग दो- पंडित प्रदीप मिश्रा

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, अगर आपको कोई कपड़ा या जूता टाइट होने की वजह से कष्ट देता है तो आप उसे नहीं पहनते है त्याग देते है, इसी तरह जो रिश्ता जिंदगी में कष्ट दे उसको आप त्याग दो। जिंदगी भर आप मेहनत करो और धन दौलत कमा कर घर बंगला बना लो पर अगर घर में आपके बेटे-बेटी आपकी इज्जत नहीं करते, चिल्ला कर बात करते है तो उस धन दौलत का कोई मतलब नहीं राह जाता है। उन्होंने कहा कि, दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ग है अपना और शंकर का घर।

शिव महापुराण के सांतवें और अंतिम दिन शिव भक्तों का जलसैलाभ: पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने जुटे लाखों श्रद्धालु...

“महिला शिक्षक अपने बच्चे को घर पर छोड़ सैकड़ों बच्चों का संवारती है भविष्य”

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, एक महिला टीचर अपने बच्चों को घर पर छोड़ कर सैकड़ों बच्चों का भविष्य संवारने ड्यूटी पर जाती है। ताकि वो उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान कर सके, उनका जीवन और भविष्य संवर सके। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, जैसे बिल्ली अपने बच्चें को मुंह में पकड़ कर ले जाती है तो बच्चें को कुछ नहीं होता परंतु बिल्ली जब चुहें को अपने मुंह में पकड़ती है तो वो बचता नहीं हैं। उसी तरह शिव महापुराण की कथा सुनोगे तो बिल्ली के बच्चे की तरह बचकर निकल जाओगे। अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का, काल उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का…. ।
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“राम-सीता के मंदिर में हनुमान जी होना जरुरी”

उन्होंने कहा कि, हनुमान जी के मंदिर में राम-सीता का होना जरुरी नहीं है, परंतु राम जी के मंदिर में हनुमान जी का होना जरुरी हैं। क्योकि हनुमान जी ने भगवान राम की सच्चे मन से भक्ति की है और जहां राम का नाम आता है वहां हनुमान जी का जिक्र जरूर होता है।

प्यार करने से सूटकेस में मिलते है 32 टुकड़े, प्रेम से मिलते है प्रभु- पंडित प्रदीप मिश्रा

पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्यार और प्रेम में अंतर समझते हुए कहा कि, प्यार संसार से होता है और प्रेम परमात्मा से होता है। प्यार में सूटकेस में 32 टुकड़े मिलते है और प्रेम से प्रभु मिलते है। उन्होंने कहा कि, संसार के लोगों से प्यार होगा तो मोबाइल में बैलेंस डल जाएगा पर प्रेम किया तो उम्र का बैलेंस डल जाता हैं। उन्होंने कहा इसलिए प्रेम ईश्वर से करो आपको कभी धोका नहीं मिलेगा। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, अपना रिमोट कंट्रोल अपने पास रखो, अपना कंट्रोल किसी और को मत दो। उन्होंने कहा, “आग लगे बस्ती अपन रहो मस्ती में”

“जिंदगी के 3 क्रम, पहले लोग हसेंगे, तना कसेंगे फिर वहीं प्रणाम करेंगे”

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि, जिंदगी के तीन क्रम है, सबसे पहले लोग आपके काम पर हसेंगे, फिर आप जब आगे बढ़ने लगेंगे तब दुनिया के लोग आप पर ताने कसेंगे और जब आप बहुत उन्नति की सीढ़ी में चढ़ जाओगे तो लोग आपका हाथ जोर कर सम्मान करेंगे। इसलिए अपना कर्म निरंतर कड़ी म्हणत से करते रहना चाहिए। उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंगों की उत्पत्ति के बारे में बताया और कथा को विराम देने से पहले सभी भक्तों का साधुवाद किया और 2 अगस्त सावन के शिवरात्रि पर शाम को 7 बजे ऑनलाइन पूजा से जुड़ने का आग्रह किया।

भाजपा पार्षदों ने की पंडित मिश्रा से मुलाकात

शिव महापुराण के अंतिम दिन की कथा के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा की विदाई के पहले भाजपा पार्षदों ने पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात की, सभी पार्षदगणों ने एक स्वर में पंडित जी से अनुरोध किया की भिलाई में हर साल आपके श्रीमुख से एक शिवकथा का आयोजन जरूर करवाए। पंडित प्रदीप मिश्रा ने पार्षदों के अनुरोध सहर्ष स्वीकारा।

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आयोजक दया सिंह ने जताया आभार

कथा समाप्ति के बाद बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति की प्रदेश अध्यक्ष दया सिंह ने पंडित प्रदीप मिश्रा का आभार जताते हुए हर साल भिलाई वालों के लिए शिव महापुराण के आयोजन का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने 25 जुलाई से 31 जुलाई 2024 तक शिव महापुराण के सफल आयोजन में बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति, दुर्ग जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, लोक सेवा विभाग, भिलाई नगर निगम प्रशासन, अग्निशमन प्रशासन, लोक स्वास्थ्य विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र प्रशासन, सीएसपीडीसीएल विभाग, यातायात विभाग, समस्त कार्यकर्ता, हाईटेक, स्पर्श, बीएमसी, जिला चिकित्सालय दुर्ग के स्टाफ, भक्तों के खाने पीने की व्यवस्था समेत शिव महापुराण के आयोजन को सफल बनाने के लिए जो-जो लोग शामिल है उनका दया ने धन्यवाद किया और सभी शिवभक्तों को भी साधुवाद किया।

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