छत्तीसगढ़दुर्ग

विभागीय परीक्षा के लिए अधिकारी-कर्मचारी नियुक्त…

दुर्ग / छत्तीसगढ़ शासन गृह-सी विभाग द्वारा विभागीय परीक्षा 05 अगस्त से 13 अगस्त 2024 तक आयोजित की गई है। जिले में विभागीय परीक्षा के सुचारू रूप से संपादन हेतु अधिकारी एवं कर्मचारी नियुक्त किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार डिप्टी कलेक्टर दुर्ग लवकेश धु्रव को परीक्षा केन्द्र एवं प्रश्न पत्र प्रभारी और लेखाधिकारी कार्यालय आयुक्त दुर्ग संभाग श्री आर.एल.तारम को सहायक परीक्षा केन्द्र प्रभारी बनाया गया है।

इसी प्रकार नायब तहसीलदार ढाल सिंह बिसेन एवं नायब तहसीलदार सुश्री योगिता बंजारे को वीक्षक (इन्वीजिलेटर), सहायक ग्रेड-03 एस.अभिषेक एवं खेलू राम पटेल को लिपिकीय कार्य हेतु, भृत्य मेघनाथ साहू एवं ईश्वरी साहू को उत्तर पुस्तिकाओं का पैकेट तैयार करने डाक घर जाने एवं अन्य व्यवस्था हेतु नियुक्त किया गया है।

दावा आपत्ति 05 अगस्त तक आमंत्रित –

दुर्ग / एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग-ग्रामीण द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र बोरई क्र.-04 में कार्यकर्ता पद एवं पाउवारा केन्द्र क्र-02 में सहायिका पद हेतु रिक्त पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग-ग्रामीण से प्राप्त जानकारी अनुसार अंतिम तिथि उपरांत प्राप्त आवेदनों की स्कूटनी कर निर्धारित मापदण्ड के आधार पर अनुमोदित अंतरिम मूल्यांकन पत्रक एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग-ग्रामीण एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग के कार्यालय परिसर में चस्पा कर दी गई है।

उक्त अंतरिम मूल्यांकन पत्रक में वरीयता/प्राथमिकता के संबंध मेें किसी आवेदिका को दावा-आपत्ति हो तो 5 अगस्त 2024 तक कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग-ग्रामीण में कार्यालयीन समय में अपनी लिखित दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। उक्त तिथि के उपरांत प्राप्त दावा आपत्ति पर विचार नही किया जाएगा।

अनुज्ञा के अतिरिक्त कंपनियों के बीज विक्रय करने पर की जायेगी कार्रवाई –

दुर्ग / बीज अनुज्ञा अधिकारी एवं उप संचालक उद्यान विभाग श्रीमती पूजा कश्यप साहू द्वारा बुधवार को उप संचालक उद्यान कार्यालय में दुर्ग जिले के धमधा वि.ख. के उद्यानिकी बीज विक्रेताओं की बैठक ली गई। इसमें विकासखण्ड धमधा के समस्त उद्यानिकी बीज विक्रेता उपस्थित हुए।

बैठक में जिले के समस्त उद्यानिकी बीज विक्रेताओं को समयावधि में अनुज्ञा नवीनीकरण कराने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही कृषकों को मानक स्तर के बीज उपलब्ध कराने हेतु जिले में विक्रय किये जा रहे उद्यानिकी फसलो के बीजो का ऑनलाईन स्टॉक दर्ज का प्रशिक्षण दिया गया। आगामी माह से ऑनलाईन स्टॉक एण्ट्री करने हेतु निर्देशित किया गया जिससे किसानो को विक्रय किये जा रहे उद्यानिकी फसलों के बीज की जानकारी विभाग के संज्ञान में रहे।

बीज अनुज्ञा अधिकारी द्वारा बीज विक्रेताओं को अनुज्ञा में शामिल कंपनियों के ही बीज विक्रय करने व यदि अन्य कंपनियों के बीज विक्रय किए जा रहे हो तो उसे अनुज्ञा में शामिल कराने सुनिश्चित करने कहा गया। उन्होने कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान अनुज्ञा के तिरिक्त कंपनियों के बीज विक्रय करते पाए गए अथवा बीज अनुज्ञा की वैधता समाप्ति उपरांत ज विक्रय करते पाया गया तो बीज अधिनियाम अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।

जलजनित रोगों से बचाव के उपाय –

दुर्ग / बारिश के समय जलजनित रोग जैसे उल्टी-दस्त, हैजा टायफाईड बुखार तथा पीलिया होने की संभावना अधिक होती है। इन बीमारियों के होने के मुख्य वजह दूषित जल सेवन तथा बासी भोजन तथा खुले मे बिकने वाले खाद्य पदार्थो का सेवन, घर के आस पास गन्दगी तथा मक्खियों का होना, पत्तेदार सब्जियों (भाजी) और मांस-मछली के सेवन किया जाता है।

चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक इन बीमारियों से बचने के उपाय एवं सुझाव – पानी उबाल कर पीयें एवं ताजा भोजन का ही सेवन करें, अपने घरों के अंदर व आस-पास कूड़ा-कचरा इकट्ठा न होने दें, अगर किसी को दस्त या उल्टियां हो जाएं तो तुरन्त उसे ओ.आर.एस. घोल, चीनी नमक की शिकंजी, दाल का पानी तथा पानी जैसे तरल पदार्थ पिलाना शुरु कर दें। अगर उल्टी-दस्त बहुत अधिक हैं तो रोगी को तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए।

मच्छर उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्षा ऋतु में बारिश होने पर सप्ताह में एक दिन शुष्क दिवस मनायें जिसमें घर के कुलर, टंकी, पुराना टायर इत्यादि में जमा पानी में टेमीफॉस डालकर जमा पानी को समतल जगह पर खाली करें व सुखाने के पश्चात ही उसमें पानी भरे। टेमीफॉस स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम द्वारा घरों में दिया जा रहा है। घर के पास नाली में जमा पानी में जला हुआ आईल को डालें जिससे लार्वा को समाप्त किया जा सके।

मच्छर रोकने के उपाय-अपने घर में और उसके आस-पास पानी एकत्रित न होने दें। गड्ढों को मिट्टी से भर दें। रूकी हुई नालियों को साफ कर दें। मच्छरों को भगाने व मारने के लिए मच्छर नाशक क्रीम, स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि प्रयोग करें। रात में मच्छरदानी के प्रयोग से मच्छरों के काटने से बचा जा सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपके क्षेत्र में मच्छरों की संख्या में अधिक वृद्धि हो गयी है या फिर बुखार से काफी लोग पीड़ित हो रहे है तो अपने स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र, नगरपालिका या पंचायत केन्द्र मे अवश्य सूचना दें। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या स्वास्थ्य कार्यकर्ता से रक्तपटदी बनवाकर मलेरिया और डेंगू रेपिड टेस्ट किट से निःशुल्क जाँच कराएं।

उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर प्राथमिक उपचार के रूप में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में मितानिनों, महिला/पुरुष स्वास्थ्य संयोजक से जीवनरक्षक औषधि के रूप में ओ.आर.एस. पैकेट, जिंक टेबलेट, मेट्रोजिल टेबलेट, क्लोरिन टेबलेट, ब्लीचिंग पावडर इत्यादि उपलब्ध रहता है, जिसका उपयोग किया जा सकता है।

अत्यधिक उल्टी या दस्त होने पर निकट के स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला अस्पताल से निःशुल्क उपचार लिया जा सकता है। आम जनता से विनम्र अपील की जाती है कि वर्षाकाल तक बीमारी पैदा करने वाली भोज्य/पेय पदार्थों का सेवन न करें। साफ पानी, उबला हुआ पानी एवं ताजा भोजन का ही उपयोग करें।

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