दुर्ग। शहर विधायक गजेंद्र यादव के पहल से जल्द ही नालंदा परिसर की शुरुआत होने वाली है। जब तक नया भवन तैयार होगा कलेक्ट्रेट चौक के पास अस्थाई भवन में इसी सत्र पढ़ाई शुरू करने विधायक, महापौर धीरज बाकलीवाल और कलेक्टर सुश्री ऋचाप्रकाश चौधरी ने स्थल चयनित कर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर को तैयारी करने निर्देश दिए।
प्रदेश के विष्णुदेव साय सरकार ने विधानसभा चुनाव के बाद पहली बजट में ही दुर्ग में नालंदा परिसर बनाने की घोषणा किये थे ताकि शिक्षा के क्षेत्र में दुर्ग को और विकसित किया जा सके। मुख्यमंत्री के घोषणा को अमल कराने शहर विधायक प्रशासनिक अधिकारियो के साथ लगातार बैठक लेकर शीघ्र ही परिसर में पढ़ाई कराने जुटे हुए है।
उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के लिए आवासीय विद्यालय की मांग यहां के विद्यार्थियों द्वारा की जा रही थी। विधायक गजेंद्र यादव चुनाव जितने के बाद जब जनता के बीच भेंट मुलाकात करने पहुँचे तो पालको द्वारा बताया गया की उच्च शिक्षा एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए यहां के विद्यार्थियों को बाहर जाना पड़ता है।
बच्चों के भीतर हुनर और प्रतिभा होते हुए भी आर्थिक रूप से कमजोर पालक अपने बच्चों को बाहर पढ़ने नहीं भेज पाते है। राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के सभी परीक्षाओं में दुर्ग भिलाई के बच्चे हमेशा प्रवीणय सूची में अपना स्थान बनाते है, जिसे देखते हुए विधायक श्री यादव ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार कराकर नई सरकार के पहले बजट में ही सहमति दिलाकर राशि स्वीकृत करवाए है ताकि तकनीकी एवं उच्च शिक्षा के लिए कोचिंग तथा परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए नालंदा परिसर मिल का पत्थर साबित होगा।
500सीटर होगा आवासीय बिल्डिंग –
जिले में शिक्षा के स्तर को और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा स्वीकृत नालंदा परिसर की बिल्डिंग 500 सीटर का होगा जहाँ विद्यार्थियों को रहने की सुविधा भी मिलेगी। विधायक, महापौर, कलेक्टर, निगम आयुक्त एवं राजस्व विभाग की टीम के साथ संयुक्त निरिक्षण कर पुलगांव में स्थल चयन किये है।
चुंकि पढ़ाई इसी सत्र से शुरू करना है ऐसे में नया भवन बनने तक कलेक्ट्रेट चौक के पास भूमि विकास बैंक के खाली भवन में अस्थाई परिसर संचालित किया जाएगा ताकि विद्यार्थी तकनीकी शिक्षण हेतु आईआईटी, जेई, नीट तथा बेरोजगार युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके।
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