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भिलाई इस्पात संयंत्र में किया जायेगा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन…

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा, 10 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून, 2024 को भिलाई निवास के बहुउद्देशीय सभागार में प्रातः 7.30 बजे से 8:30 बजे तक योगाभ्यास का मुख्य आयोजन किया जायेगा। इस योगाभ्यास में बीएसपी के अधिकारी, कर्मचारी और स्कूली बच्चे भाग लेंगे। इस वर्ष भिलाई इस्पात संयंत्र, “योग-स्वयं और समाज के लिए” विषय पर केंद्रित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएगा। इसके साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न विभागों में भी योगाभ्यास कराया जायेगा।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य स्वास्थ्य, आध्यात्मिक विकास और वैश्विक शांति के लिए योग को बढ़ावा देना है। योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है। भारत की इस प्राचीन योग प्रथा को शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण और आध्यात्मिक विकास पर इसके गहन प्रभाव के लिए सम्पूर्ण विश्व में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे स्वीकारा गया है। योग, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, विचार, संयम और स्फूर्ति प्रदान करने करने में सहायक है।

योग सभी के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है। इस दिन, योग के अभ्यास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सत्र आयोजित किए जाएंगे। यह थीम सभी के समग्र कल्याण में योग की भूमिका पर जोर देती है और प्रत्येक व्यक्ति के जीवन पर योग के परिवर्तनकारी प्रभाव को बढ़ावा देती है। भारत की योग पद्धति को आज विश्व में अनेक देशों द्वारा मान्यता दी जा चुकी है। 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी।

छत्तीसगढ़ राज्य जूनियर अंडर-19 (बालक एवं बालिका) बैडमिन्टन प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु चयन स्पर्धा आयोजित

बिलासपुर जिला बैडमिन्टन संघ द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य जूनियर अंडर-19 (बालक एवं बालिका) बैडमिन्टन प्रतियोगिता का आयोजन एकल एवं युगल वर्ग में दिनांक 24 से 28 जुलाई 2024 तक बिलासपुर में किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में भिलाई इस्पात संयंत्र की टीम भी भाग ले रही है।

प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये इंडोर हॉल, सिविक सेंटर के बैडमिन्टन कोर्ट पर दिनांक 22 जून 2024 को सुबह 9 बजे से (दोनों वर्ग) की टीम के गठन हेतु चयन स्पर्धा आयोजित की गयी है। अतः संयंत्रकर्मियों के बच्चे तथा भिलाई परिधीय क्षेत्र के प्रतिभागी जो इस चयन स्पर्धा में भाग लेना चाहते हैं, वे दिनांकः 19 जून 2024 तक निम्न चयनकर्ताओं प्रवीण उपाध्याय (मो.न- 7489599530), मो. सलीम कुरैशी (मो.न- 9407984236), तथा विजय भानू (मो.न- 9229583585) के पास अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। यह प्रतियोगिता योनेक्स के प्लास्टिक शटल कॉक से खेली जायेगी। इस चयन स्पर्धा के प्रभारी उप प्रबंधक (क्रीडा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं) अभिजीत भौमिक होंगे।

पूर्व बीएसपी कर्मचारी के बेटे पलाश श्रीवास्तव ने बनाया लोकप्रिय शो पंचायत की खूबसूरत थीम का ‘गीतात्मक संस्करण’ सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल

अपने रोचक संवादों और ग्रामीण परिवेश में फिल्मांकित पंचायत वेब सीरीज़ ने सभी से खूब लोकप्रियता बटोरी और अब इसके तीसरे सीजन ने भी सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। इससे जुड़े इंटरनेट में कई स्पूफ, मीम्स और वीडियो वायरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्ट के बीच, भिलाई इस्पात संयंत्र के पूर्व कर्मचारी  राकेश श्रीवास्तव के बेटे पलाश श्रीवास्तव का एक वीडियो आया, जिसमें उन्होंने प्रतिष्ठित पंचायत वेब सीरीज़ के थीम म्यूजिक में अपने खुद के बोल जोड़े हैं, जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं।

प्रधान जी की लौकी और प्रहलाद चा की ज्ञान की बातों से लेकर विकास की मासूमियत भरी नोकझोंक, सचिव जी और रिंकी की मनमोहक कहानी तक, किरदारों ने प्रशंसकों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। पलाश श्रीवास्तव ने अपने गीत के माध्यम से इस वेब सीरीज़ के प्रमुख पात्रों के सार को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं और उनके व्यक्तित्व को अपने शब्दों के माध्यम से जीवंत कर, प्रमुख पात्रों के व्यक्तित्व और उनके लक्षणों पर प्रकाश डालते हैं।

इनके गीतात्मक संस्करण के ये बोल सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। गाने के बोल हैं, “इस गांव का नाम है फुलेरा, हैं यहां प्रधान और प्रह्लाद चा। सचिव जी हैं हमारे नायक, इनकी आँखों में हैं सपने। विकास उनके हैं सहायक, मंजू देवी भी प्रधान, सचिव जी ने सिखाया पूरा राष्ट्रगान। बनराकाश है और विनोद भी, जिनके कारण होती नोकझोंक भी। पूरब है पश्चिम है, सर चढ़ा विधायक है, रिंकीया टंकी पे चढ़ी। लौकी है, नौटंकी है गजब बेज्जती भी।”

2015 में सेवानिवृत्त हुए पलाश के पिता, राकेश श्रीवास्तव भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्मिक विभाग में सहायक महाप्रबंधक थे तथा वे पूर्व में भिलाई स्टील वर्कर्स यूनियन के सचिव भी थे। पलाश की माता, श्रीमती मधु रायपुर के गर्ल्स कॉलेज में प्रोफ़ेसर हैं। अपनी इस रचना को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पलाश श्रीवास्तव ने लिखा, “पंचायत की प्रतिष्ठित थीम पर एक गीतात्मक मोड़ के साथ मेरी प्रस्तुति।” गायक पलाश श्रीवास्तव ने “क्या होता अगर पंचायत सीरीज के थीम सॉन्ग के बोल होते?” इस पर एक नया अंदाज़ पेश किया है।

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