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Rakesh Tikait- हिंदू होने का सर्टिफिकेट नागपुर के संघ कार्यालय से लेना पड़ेगा

केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले 10 महीने से धरने पर बैठे हुए हैं। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक सरकार यह बिल वापस नहीं ले लेती तब तक हम घर वापस नहीं जाएंगे।

Rakesh Tikait लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए 4 किसानों और पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को पहुंचे थे। इसी विषय पर हो रही एक चर्चा के दौरान उन्होंने एंकर के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि लखीमपुर की हालत बहुत खराब है। अब हिंदू होने का सर्टिफिकेट भी नागपुर के संघ कार्यालय से जाकर लेना पड़ेगा।

News24 चैनल के कार्यक्रम ‘राष्ट्र की बात’ में एंकर मानक गुप्ता ने Rakesh Tikait से पूछा कि लखीमपुर को लेकर आप कह रहे हैं कि वहां पर लोग डरे हुए हैं? इस पर उन्होंने कहा कि वहां डर का माहौल है। आप आकर 5 दिन का सर्वे करो आपको पता चल जाएगा कि क्या हालत है।

एंकर ने वरुण गांधी का जिक्र करते हुए पूछा कि वह कह रहे हैं इसे हिंदू और सिख का मुद्दा बनाया जा रहा है? इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा का काम ही यही है। एंकर ने उनसे पूछा कि आपने उन 3 लोगों का वीडियो भी आपने देखा जिन्हें लाठी-डंडों से पीटकर मार दिया गया?

टिकैत ने इस बात को खारिज करते हुए कहा कि हम लोग हिंसक नहीं हैं। उन्हें गलती से लाठी लग गई होगी। गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक देश के गृह राज्य मंत्री की धारा 120 बी के तहत गिरफ्तारी नहीं होती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। जब तक बाप-बेटे को गिरफ्तार करके आगरा जेल में नहीं रखा जाएगा और वहां से पुलिस रिमांड नहीं लेती तब तक यह पूछताछ महज दिखावा है।

उल्लेखनीय है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई एक हिंसा के दौरान 4 किसान, एक किसान और एक भाजपा कार्यकर्ता सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में किसानों द्वारा आरोप लगाया गया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने थार जीप से किसानों को कुचला है। इस मामले में आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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