दुर्ग / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज अंजोरा स्थित पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र एवं विश्वविद्यालय से संबंधित समस्त गतिविधियों एवं समस्याओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान जिला पचांयत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवांगन भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने विश्वविद्यालय में चल रहे शैक्षणिक, अनुसंधान एवं विस्तार कार्यों की समीक्षा एवं निरीक्षण किया। विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा दुर्ग में डेयरी, बकरी, मुर्गी पालन इकाई, विभिन्न विभागों वेटनरी पब्लिक हेल्थ एवं एन.सी.सी. रेजीमेंट के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
कुलपति आरआरबी सिंह ने कॉलेज के बारे में बताया कि यहां जिला स्तर पर हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है, अभी इसकी क्षमता बढ़ाकर राज्य स्तर पर अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने बताया यहां छात्र-छात्राएं परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत कुछ ने अपना निजी क्लीनिक प्रारंभ किया और डॉक्टर के रूप में प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं। कुछ छात्र-छात्राएं विभिन्न मेडिकल कंपनियों में नौकरी कर रहे हैं। कुछ ने पशु चिकित्सा की प्रशासनिक एवं अकादमिक सेवा को अपना भविष्य चुना है।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा बतायी गई समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने अधोसंरचना की प्रमुख समस्याओं जैसे बाउण्ड्रीवॉल, सड़क तथा अन्य मरम्मत कार्यों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने पशु वीर्य अनुसंधान केंद्र का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां पाले जा रहे अलग-अलग प्रजाति के सांडो का अवलोकन किया। डॉक्टर ने बताया कि यहां पर जर्मनी के सांडों की प्रजाति भी रखी गई है। उन्होंने ओसामाना बादी बकरी पालन केंद्र, घुड़सवारी स्थल, अंजोरी एवं अन्य नस्लों की मुर्गी/अण्डा यूनिट, बटेर पालन आदि गतिविधियों का निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने महाविद्यालय के शैक्षणिक, अनुसंधान एवं विस्तार कार्यों की प्रशंसा की। साथ ही महाविद्यालय से पशुधन प्रक्षेत्र हेतु पक्की सड़क निर्माण हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया। इस दौरान कुलपति ने बताया कि यहां से बकरियां किसानों को दी जाती है। भ्रमण के दौरान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ. एस.के. तिवारी, कुलसचिव, डॉ. आर. के. सोनवाने, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. एस. शाक्य, निदेशक अनुसंधान डॉ. जी.के. दत्ता, निदेशक शिक्षण, डॉ. एस.के. मैती, ओ.एस.डी. वित्त डॉ. एम.के.अवस्थी, उप कुलसचिव, डॉ.एम.के.गेंदले उपस्थित थे।
संपूर्ण खबरों के लिए क्लिक करे