रायपुर
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर जिले के करनपुर स्थित 201 कोबरा सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर वहां टेकलगुड़ेम गांव में (थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा) नक्सल मुठभेड़ में शहीद जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने 201 कोबरा बटालियन के जवानों से मुलाकात कर उनके साहस और जज्बों की सराहना करते हुए जवानों का मनोबल बढ़ाया।
बेहद गमगीन माहौल में टेकलगुड़ेम गांव में नक्सली मुठभेड़ में शहीद जवानों स्वर्गीय देवेन सी., स्वर्गीय पवन कुमार और स्वर्गीय लम्बाधर सिंघा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, चित्रकोट के विधायक विनायक गोयल, बस्तर के विधायक लखेश्वर बघेल, जगदलपुर की महापौर सफीरा साहू, पूर्व विधायक संतोष बाफना, डीजीपी अशोक जुनेजा, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, कमिश्नर श्याम धावड़े, आईजी सुन्दरराज पी. सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किए गए। इनमें 201 कोबरा सीआरपीएफ बटालियन के शहीद जवान देवेन सी. का पार्थिव शरीर ग्राम मोटूर जिला वेल्लूर तमिलनाडू, शहीद पवन कुमार का पार्थिव शरीर ग्राम कुपावली जिला भिंड़ मध्यप्रदेश और 150 वीं बटालियन के शहीद जवान लम्बाधर सिंघा ग्राम काकरागांव जिला चिंटांग असम के लिए रवाना किया गया।
मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि फोर्स के लगातार आगे बढ़ते जाने और पहुंचविहीन इलाकों में भी कैम्प लगाने से माओवादी आतंकी बौखला गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग पर निकले थे। माओवादी आतंकियों ने उन पर घात लगाकर हमला किया। हमारे जवानों ने उनके इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के विरूद्ध लड़ाई तेज हुई है। माओवादी आतंक से आम नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने, लोगों तक योजनाओं के लाभ पहंुचाने के लिए सुरक्षा बलों के जवान प्रभावी कार्यवाही कर रहे हैं। हमारे जवान नक्सली चुनौती का बहादुरी के साथ मुकाबला कर रहे हैं।
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