दुर्ग / जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम गाड़ाडीह, जनपद पंचायत पाटन स्थित है जहां कुल घरों की संख्या 385 तथा कुल जनसंख्या 1635 है। गाँव को स्वच्छ तथा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए पंचायत के द्वारा विभिन्न प्रयास किए जा रहे है। चूंकि स्वच्छता ही स्वास्थ्य जीवन का आधार स्तम्भ है, जिसको मजबूत करने के लिए ग्राम पंचायत गाड़ाडीह में शिखर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गांव को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा रैली निकार कर लोगों को गिला कचरा सूखा कचरे की जानकारी देकर जागरूक किया। साथ ही स्वच्छताग्रही महिलाआंे द्वारा गांव को कचरा मुक्त करने के उद्देश्य से घर-घर कचरा एकत्रित कर कार्य किया जा रहा है।
जिससे घर से निकलने वाले कचरे का सही प्रबंधन किया जा सके। ग्राम गाड़ाडीह को साफ़ और स्वच्छ बनाये रखने तथा गाँव को बीमारियों से दूर रखने के लिए गाड़ाडीह में शिखर महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा घरेलु स्तर पर निकलने वाले सूखे व गिले कचरे का कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। कचरा एकत्रीकरण करने के लिये 02 सायकल रिक्शा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से उपलब्ध कराया गया है एवं 01 ई-रिक्शा समर्थन संस्था द्वारा ग्राम पंचायत को गोद लेकर एल.आई.सी., एच.एफ.एल. हृदय परियोजना के सहयोग से उपलब्ध कराया गया है।
स्वच्छताग्राही समूह के सदस्यों के द्वारा सप्ताह में दो दिन बुधवार एवं रविवार को गाँव के प्रत्येक घर, बाज़ार व दुकानों से होते हुए ठोस अपशिष्टांे को संग्रहण करते है तथा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं महात्मा गांधी नरेगा अभिशरण से निर्मित पृथक्करण केंद्र में ले जाकर पृथक कर इकठ्ठा करके रखा जाता है। पृथ्थक्कीकरण करने हेतु सेग्रीगेशन शेड में अलग-अलग प्रकार के कचरे को रखने के लिये प्लास्टिक के कंटेनर की व्यवस्था की गई है। अधिक मात्रा एकत्रित हो जाने पर अच्छे मूल्य प्रदाय करने वाले कबाड़ी के पास बेच कर आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। इस आमदनी को समूह के सदस्यों में मानदेय के रूप में वितरित किया जाता है।
स्वच्छताग्राही समूह को ग्राम पंचायत से राशि 2000 रूपए प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि के रूप में मानदेय भी दिया जा रहा है। साथ ही सभी घरों, दुकानों से कचरा लेने के लिए पंचायत द्वारा निर्धारित स्वच्छता कर की राशि भी घरों से 20 रूपए व दुकानों से 50 रूपए प्राप्त हो रही है। ग्राम पंचायत द्वारा स्वच्छताग्राही को कचरा कलेक्शन के दौरान स्वयं को सुरक्षित रखने के लिये दस्ताने, टोपी, एप्रान, मास्क, जूता आदि प्रदाय किया गया है। गाँव में स्वच्छता बनाये रखने तथा स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता लाने व जनभागीदारी बढ़ाने के लिये स्वच्छताग्राही समूह के सदस्य द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है।
स्वच्छाग्राही समूह में अध्यक्ष दुलौरिन बाई, सचिव कुमारी बाई एवं सदस्य सोहद्रा यदु, कमीन यदु, ममता यदु, शकुन, बिमला है। मनीष वर्मा, सरपंच एवं विनोद कौशिक सचिव, ग्राम पंचायत द्वारा जानकारी दी गई कि सार्वजनिक स्थान की सफाई हेतु ग्राम पंचायत द्वारा 1500 रूपए प्रति माह दिया जा रहा है। बाजार की सफाई हेतु बाजार ठेकेदार द्वारा 10,000 रूपए प्रतिवर्ष दिया जा रहा है। अब तक कबाड़ी के पास कचरा विक्रय से 20,000 प्राप्त हुआ है। स्वच्छाग्राही समूह को लगभग 6000 से 8000 तक प्रतिमाह आय हो रही है।
इसके अतिरिक्त शिखर स्व-सहायता समूह को सामुदायिक शौचालय के संचालन एवं संधारण का कार्य ग्राम पंचायत द्वारा दिया जा रहा है। इस प्रकार शिखर महिला समूह के सदस्यों को ग्राम पंचायत में ही आजीविका का साधन उपलब्ध कराकर शासकीय योजना का लाभ दिया जा रहा है, जिससे स्वच्छता में स्थायित्व के साथ-साथ गाँव को ओ.डी.एफ. प्लस श्रेणी में लाया गया है जो कि अन्य ग्रामों के लिये भी प्रेरणा का óोत बन गया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के मार्गदर्शन में समर्थन एल.आई.सी., एच.एफ.एल. हृदय परियोजना के सहयोग से गांव को स्वच्छ सुन्दर ग्राम बनाने हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है।
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