दुर्ग / जिला चिकित्सालय दुर्ग में मरीज हरखम देशमुख उम्र 70 वर्ष चेस्ट पैन, शरीर के निचले हिस्से में असहनीय दर्द और सूजन की समस्या के कारण आपातकालीन वार्ड में भर्ती हुए थे, डॉ. सरिता मिंज सर्जरी विशेषज्ञ ने बताया कि भर्ती के दौरान मरीज का ब्लड प्रेशर 115/122 था। मरीज की जांच उपरांत उनका डायग्नोसिस ऑब्सट्रक्टेड इंग्यूनल हर्निया पाया गया। क्योंकि ऑपरेशन तुरंत नही करने से फंसे हुए अंतड़ी के सड़ने का डर था इसलिए डॉ. बसंत चौरसिया निश्चेतना विशेषज्ञ और डॉ. अनिल सिन्हा मेडिसिन विशेषज्ञ को मरीज की फिटनेस के लिए इनफॉर्म किया गया एवं मरीज की बीमारी की गंभीरता एवं जान के खतरे को देखते हुए ऑपरेशन किए जाने का निर्णय लिया गया ।
उच्च रक्तचाप को देखते हुए सर्वप्रथम डॉ. इंेंदज बींनतंेपं द्वारा मरीज की सर्जरी के पूर्व उन्हे बेहोशी की दवा दी गई तत्पश्चात डॉ. सरिता मिंज और डॉ. कामेंद्र ठाकुर सर्जरी विशेषज्ञ द्वारा मरीज का ऑपरेशन कर फसी हुई अंतड़ी जो सड़ने की स्थिति में थी उसको अलग किया गया। ऑपरेशन पश्चात मरीज को गहन चिकित्सा इकाई में डॉ. अनिल सिन्हा मेडिसिन विशेषज्ञ की देखरेख में रखा गया, आज की स्थिति में मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।
एक अन्य मरीज भूषण कुमार उम्र 28 वर्ष की भी सर्जरी की गई जिनका चोट की वजह से पेट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त था तथा आतंे भी बाहर निकल रही थी माइसेंट्रिक इंजरी के कारण खून का रिसाव हो रहा था उनका तुरंत सर्जरी कर खून के बहाव को रोका गया तथा आंतों की साफ सफाई की गई और अंत में पेट को टांको के माध्यम से बंद किया गया। इस दोनो ऑपरेशन में डॉ. सरिता मिंज, डॉ. कामेंद्र ठाकुर सर्जरी विशेषज्ञ, डॉ. बसंत चौरसिया निश्चेतना विशेषज्ञ, शिवेन दानी स्टाफ नर्स, रमेश कुमार वज टेक्नीशियन एवं स्टाफ मयूरी, शायनी , गीता, भागीरथी का विशेष सहयोग रहा।
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