दुर्ग जिले में नशे के अवैध सौदागरों के खिलाफ मुहिम चलाने हेतु, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के द्वारा नषे के सौदागरों की पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने निर्देष प्राप्त हुये थे, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव एवं उप पुलिस अधीक्षक राजीव शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक मणीषंकर चंद्रा के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी दुर्ग निरीक्षक महेष ध्रुव के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना दुर्ग की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा नषे के कारोबारियों पर सतत् निगाह रखी जा रही थी, विषेष सूत्र भी लगाये गये थे। जेल से रिहा हुये पूर्व के आदतन नषे के कारोबारियों पर निगाह रखी जा रही थी। इसी दौरान एसीसीयू की टीम को विषेष सूत्रों से पता चला की सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय सारथी पारा दुर्ग के पास खड़ा एक व्यक्ति भारी मात्रा में अल्फाजोलम टेबलेट नषीली दवाईयां अपने पास रखा है एवं उसे बेचने के लिये ग्राहक की तलाष कर रहा है, कि सूचना मिलने पर टीम द्वारा सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय के पास सारथी पारा दुर्ग के आस-पास घेराबंदी कर आरोपी देवेन्द्र उर्फ देवा निषाद निवासी मिलपारा दुर्ग को पकड़ा गया। आरोपी के कब्जे से 1665 नग अल्फाजोलम टेबलेट कीमती तकरीबन 1,20,000/- रूपये को बरामद किया गया। आरोपी के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत अग्रिम कार्यवाही संबंधित थाना से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना दुर्ग से सउनि किरेन्द्र सिंह, आरक्षक डोमन साहू एवं एसीसीयू से प्र.आर.नरेन्द्र सिंह, षिव तिवारी, आरक्षक नरेन्द्र सहारे, तिलेष्वर राठौर, शोभित सिन्हा, बालमुकुन्द साहू, जगजीत सिंह, चित्रसेन साहू, केषव साहू, खुर्रम बक्स की उल्लेखनीय भूमिका रही।
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