रायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन में बेरोजगारी भत्ता योजना राज्य के युवाओं के भविष्य के लिए नए रास्ते खोल रही है। योजना के अंतर्गत युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के साथ ही प्रशिक्षण भी मिल रहा है ताकि उन्हें रोजगार भी मिले, उनका भविष्य उज्ज्वल हो और युवाओं के हाथों में काम हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवाओं के बैंक खातों में अब तक 01 लाख 22 हजार 625 हितग्राहियों को 112 करोड़ 43 लाख 30 हजार रूपए का अंतरण कर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही ये युवा हमेशा इस योजना के भरोसे न रहें इसके लिए रोजगार मूलक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि युवा सक्षम बनकर रोजगार प्राप्त कर सकें।
प्रदेश के ऐसे युवा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सहित अन्य खर्चे उठाने में परेशानी उठानी पड़ती है, इस योजना के तहत मिली राशि से वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। यह योजना बेरोजगार युवाओं के भविष्य को एक नया आयाम देने में सहायक बन रही है। योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 2500 रुपए मिलने से बेरोजगार युवाओं को संबल मिल रहा है। योजना को लेकर युवाओं का कहना है कि उनके संघर्ष के दिनों का दर्द कम हो रहा है और जेब खर्च के कारण परिवार पर निर्भरता से भी कुछ राहत मिल रही है।
गौरतलब है कि राज्य के 36 आईटीआई के आधुनिकीकरण के लिए 1188.36 करोड़ रूपए की परियोजना के लिए एमओयू भी किया गया है। जिससे युवाओं को 06 नवीन तकनीकी ट्रेड के साथ ही 23 शॉट टर्म कोर्स में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे लगभग प्रति वर्ष 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन युवाओं को विभिन्न उद्योगों में नियोजित कराया जाएगा। युवाओं को अपनी तरक्की के राह में आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसलिए बेरोजगारी भत्ता देने और पीएससी व व्यापम की प्रतियोगी परीक्षाओं में शुल्क माफ कर उन्हें बड़ी राहत देने का काम किया है।
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