दुर्ग / मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय रायपुर से वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से बेरोजगारी भत्ता योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 1 लाख 5 हजार 395 हितग्राहियों को योजना की दूसरी किश्त 32 करोड़ 35 लाख 25 हजार रूपए की राशि अंतरित की। जिसमें जिले के 8 हजार 664 हितग्राहियों के खाते में 3 करोड़ 61 लाख 20 हजार की राशि अंतरित हुई। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले लाभार्थियांे से चर्चा करते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ता युवाओं के लिए एक छोटा सा सहयोग है।
जिससे कि वो अपने आने वाले भविष्य को सशक्त और सुनहरा बना सके। इसी के साथ उन्होंने विभिन्न जिलों के लाभार्थियों के साथ योजना के संबंध में चर्चा कर उनसे प्रतिक्रिया ली। जिसमें जिले के शिवम् हुमने ने मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान बताया कि उन्होंने एम.ए की पढ़ाई पूर्ण कर ली है। आगे उन्होंने बताया कि वर्तमान में वो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। जिसमें योजना के तहत् प्राप्त राशि उनके लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। इससे वो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें आसानी से ले सकेंगे और निः संदेह अपने भविष्य को बेहतर दिशा दे सकेंगे।
इसके साथ ही लाजमी साहू ने भी मुख्यमंत्री से बात की और बताया कि वो बी.एस.सी कर चुकी हैं और आने वाले सत्र में एमसीए की पढ़ाई करना चाहती है। योजना से प्राप्त राशि का उपयोग वो एमसीए की सेमेस्टर फीस के भुगतान के लिए उपयोग में लाएंगे। इस अवसर पर दुर्ग नगर निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल भी उपस्थित थे। उन्होंने युवाओं को सबल बनाने के लिए चलाई जा रही बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया और उपस्थित लाभार्थीयों को बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए शुभकामनाएं दी। एनआईसी में संपादित हुए इस कार्यक्रम में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाअध्यक्ष आर.एन. वर्मा, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन, रोजगार उपसंचालक राजकुमार कुर्रे इत्यादि उपस्थित थे।
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