
बेंगलुरु. कर्नाटक में 13 मई को विधानसभा चुनाव (karnataka assembly election 2023) के नतीजों की घोषणा के पांच दिनों बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री को चुनने की कवायद खत्म हो सकी है. कांग्रेस अब शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ( DK Shivakumar) के साथ 28 लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलाकर राज्य मंत्रिमंडल के गठन में देरी से बचने के लिए फुर्ती दिखाने की कोशिश कर रही है. मनोनीत मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद शनिवार को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को दिल्ली वापस लौटे. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा था कि मंत्रियों के एक समूह के साथ सीएम और डिप्टी सीएम शपथ लेंगे.
इससे पहले कांग्रेस ने कई दिनों की मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद ऐलान किया कि कर्नाटक की सत्ता का ताज सिद्धरमैया के सिर पर सजेगा और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार नई सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. कई दिनों तक चली अनिश्चितता पर विराम लगाते हुए पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने यह घोषणा की. उन्होंने यह भी कहा कि शिवकुमार नयी सरकार में एकमात्र उपमुख्यमंत्री होने के साथ अगले लोकसभा चुनाव तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे. सिद्धरमैया और शिवकुमार को कर्नाटक में कांग्रेस के लिए बड़ी ‘पूंजी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों की जोड़ी का विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा.