दुर्ग / नगर निगम प्रशासन के लिए राहत की खबर हैं. तीन दिन चल रहीं सफाईकर्मियों की हडताल खत्म हो गई हैं.आज 4 मार्च दोपहर से सफाई व्यवस्था पटरी पर आएगी. शहर विधायक अरुण वोरा ने लगातार सफाई कर्मियों के लिए प्रयास किया व उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री से मुलाकात कर सफाई कर्मियो के लिए उनकी मांगों को लेकर चर्चा की थी।आज महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त लोकेश चन्द्राकर वार्ता के बाद सफाई कर्मचारियों ने हडताल खत्म करने का ऐलान कर दिया हैं.अपनी मांगों को लेकर तीन दिन से शहर के सफाई कर्मियों ने हड़ताल पर बैठ गए थे।
सफाई कर्मियों ने विधायक,महापौर व आयुक्त का आभार व्यक्त करते हुए हड़ताल समाप्त किया। कल से ही सफाईकर्मियों की हड़ताल खत्म कर 4 मार्च दोपहर 12 बजे से शहर में सफाई प्रारंभ शुरू किया गया।सफाई कर्मियों की मांगे निगम में कार्यरत प्लेसमेंट सफाई कर्मियो के लिए ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर सीधे निगम प्रबंधन के नियंत्रण में कार्य करने हेतु कार्यवाही की जाय।इसमें निगम द्वारा प्रतिवेदन शासन द्वारा जारी निर्देश के अनुसार कर्मचारियों को प्लेसमेंट के माध्यम से रखे जाने स्पष्ट निर्देश प्राप्त है,ठेकेदार प्रथा समाप्त करना निगम के अधिकार क्षेत्र नही होने के कारण उनकी मांग को ध्यान में रखते हुए शासन को पत्र प्रेषित किया जाएगा।
इस पर अतिशीघ्रता से कार्रवाही की जाएगी। सफाई कर्मियों की मांग निगम के 01 से 10 एवं 51 से 60 के पूर्व सफाई कर्मी जो 61 की संख्या में है का सेवा परिवर्तन किया गया है को पुनः ठेका मजदूर का दर्जा देते हुए भविष्य निधि एवं चिकित्सा की सुविधा प्रदान किया जावे,जिस पर निगम द्वारा प्रतिवेदन में कहा वर्ष 2017 में निगम दुर्ग मिशन क्लीन सिटी लागू होने पर निगम के 1 से 10 एवं 51 से 60 के पूर्व सफाई कर्मचारियों का कार्य से पृथक न करते हुए उन्हें तत्कालीन समय एमसीसी कर्मचारी के रूप कार्य करने के लिए रखा गया था।
वर्तमान में अतिरिक्त प्लेसमेंट कर्मचारी की मांग शासन से की गई है यदि स्वीकृति प्राप्त होने पर उन्हें प्रथम प्राथमिकता दी जाएगी।और पृथक से इस विशेष में प्रस्ताव तैयार कर महापौर परिषद की ओर प्रेषित किया जाएगा।सफाई कर्मियों ने ये भी मांग रखी कि “मिशन क्लीन सिटी” के तहत् कार्यरत् डोर टू डोर कचरा संग्रहण के बदले जो मानदेय राशि 6,000.00 रूपये दिया जा रहा है उन कर्मियो को ठेका श्रमिक घोषित कर न्युनतम् मजदूरी व अन्य सुविधा प्रदान किया जाये। नगर निगम ने कहा मानदेय बढ़ाने के लिए शासन को पत्र प्रेषित किया गया है । पुनः स्मरण पत्र भेजा जावेगा ।
शासन से मानदेय बढ़ने पर इसका लाभ एम०सी०सी० कर्मचारियों को दिया जावेगा साथ ही उक्त पत्र में यह भी उल्लेखित किया जावेगा कि एम०सी०सी० कर्मचारियों को ठेका श्रमिक घोषित किये जाने एवं अन्य सुविधा प्रदान किये जाने के संबंध में भी पत्र लिखा जावेगा, कल दिनांक 03.03.2023 को चर्चा अनुसार इस विषय में शासन से शीघ्र बात कर अतिशीघ्र राशि बढ़ाने के लिए निवेदन किया जावेगा, संभवतः 09 माह के भीतर होने की संभावना है।
हड़ताल कर्मियों की मांग – निगम की ओर रेल्वे का प्रेषित ठेका मजदूर एवं जल संसाधन विभाग में कार्यरत् लगभग 40 कर्मचारी को न्युनतम् वेतन, भविष्य निधि, चिकित्सा सुविधा व अन्य सामाजिक सुरक्षा इंश्योरेन्स की सुविधा प्रदान की जाये।निगम ने कहा- निगम की ओर रेल्वे का प्रेषित ठेका मजदूर एवं जल संसाधन विभाग में कार्यरत् लगभग 40 कर्मचारी को न्युनतम् वेतन, भविष्य निधि, चिकित्सा सुविधा व अन्य सामाजिक सुरक्षा इंश्योरेन्स की सुविधा प्रदान की जावें!
कि निगम में कार्यरत् कम्प्युटर ऑपरेटरो के अलग-अलग ठेकेदार होने से वेतन का समय व राशि भी अलग-अलग भुगतान हो रहा है । के लिए समस्त | ठेका कर्मी कम्प्युटर ऑपरेटरो को एक ही ठेके एक ही ठेकेदार के अधीन करने की व्यवस्था प्रदान की जावें।हड़ताल कर्मियों की मांग- कि ठेका श्रमिक से संबंध यूनियन / प्रतिनिधि के सहमति के बगैर किसी भी ठेका श्रमिक को व्यक्तिगत् / राजनितिक द्वेष से सेवा से | हटाने व भर्ती करने की वर्तमान में चल रही श्रमिक विरोधी कार्यवाही पर तुरंत | रोक लगाने की व्यवस्था!
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