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लखनऊ में ढही 4 मंजिला इमारत के मलबे में निकाले गए 12 लोग, DGP बोले- किसी की मौत नहीं हुई…

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया. यहां हजरतगंज इलाके में वजीर हसनगंज रोड पर चार मंजिला एक इमारत ढह गई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस इमारत में 9 परिवार रहा करते थे. इस इमारत के मलबे से अब तक 12 लोगों को निकाला जा चुका है.

वहीं उत्तर प्रदेश के डीजीपी डीएस चौहान ने बताया कि इस घटना में अब तक किसी की मौत नहीं हुई है. डीजीपी ने बताया कि तीन जगह से मलबा हटाया गया है और रास्ता बनाकर अंदर जाने की कोशिश की जा रही है. मलबे में अब भी 5-6 और लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिन्हें सकुशल निकालने की कोशिश की जा रही है.

हालांकि पूरे बचाव अभियान में 15 -16 घंटे और लगने की संभावना है. इससे पहले खबर आई थी कि इमारत के मलबे से 3 शव निकाले गए हैं. हालांकि बाद में पता चला कि वे सब केवल बेहोश थे और फिलहाल अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. इस हादसे के पीछे भूकंप के झटकों को वजह माना जा रहा है.

दरअसल दरअसल नगर विकास मंत्री एके शर्मा और डीजीपी डीएस चौहान ने भूकंप के चलते बिल्डिंग गिरने की आशंका जताई है. डीजीपी चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘जो परिस्थिति है वो प्राकृतिक आपदा की तरफ इशारा कर रही है, क्योंकि आज यहां 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था. उन्होंने बताया कि बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ भी समय-समय पर अपडेट ले रहे हैं.

अस्पतालों को अलर्ट रहने का निर्देश

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे का तुरंत संज्ञान लेते हुए मौके पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को रवाना करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर राहत और बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.

कई अस्पतालों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए.’ फिलहाल घटनास्थल पर बचाव अभियान चल रहा है. वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘बिल्डिंग अचानक गिर गई. 3 शव मिले हैं. एनडीआरएफ, दमकल कर्मी मौके पर मौजूद है और बचाव अभियान चल रहा है.

उन्होंने बताया कि बिल्डिंग में कुल 12 फ़्लैट थे, जिसमें से 9-10 फ़्लैट में ही लोग रहते थे. 12 लोगों को अस्पताल भेजा है. ब्रजेश पाठक ने साथ ही बताया कि 7 लोगों को बेहोशी की हालत में अस्पताल भेजा गया है. उन्होंने कहा, ‘अभी हमारे सामने चुनौती सभी को बचाने की है.’ वहीं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने भूकंप के झटके से बिल्डिंग गिरने की आशंका जताई और कहा कि ‘सभी टीमें काम कर रही हैं. NDRF और SDRF की टीमें भी राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं.’

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