बेटी के हाथ पीले गोधन न्याय योजना आई काम, घर भी पक्का कर लिया…
दुर्ग / पथरिया में सुरेश यादव गौठान में पहाटिया के रूप में काम करते हैं। गोधन न्याय योजना का सबसे अधिक लाभ पहाटिया अर्थात चरवाहों ने कमाया है। सुरेश यादव ने बताया कि मेरे लिए अपनी बेटी का हाथ अच्छे दामाद के हाथ में सौंपना सपना था। मैं धूमधाम से शादी करना चाहता था लेकिन यह भी नहीं चाहता था कि शादी से किसी तरह से अधिक वित्तीय भार मुझ पर आये। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की गोधन न्याय योजना आई और इससे मुझ जैसे पहाटियों के लिए भी आर्थिक आय बढ़ाने के अवसर आये। मैंने गोधन न्याय योजना के माध्यम से 80 हजार रुपए की आय अर्जित की।
पड़ोस के गांव में बेटी की शादी की। घर के मरम्मत में भी कुछ राशि खर्च की। इससे पहले मेरे आय का जरिया केवल पहाटिया के रूप में ही था लेकिन अब गोधन न्याय योजना से भी अच्छी खासी राशि मेरे खाते में आने लगी है। बहुत से काम आगे भी करने हैं और यकीन है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस अच्छी सी योजना से उनके आगे के काम भी होते रहेंगे। सुरेश ने बताया कि गौठान के बनने से एक बात और भी अच्छी हुई है कि इनके संचालन के लिए हमारी राय ली जाती है। कृत्रिम गर्भाधान आदि के लिए भी हम लोग अपनी राय देते हैं। परंपरा से जो ज्ञान हमें मिला है उसे साझा करने में हमें बहुत खुशी होती है।
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