
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लड़कियां कितनी अनसेफ हैं, इसका एक और उदाहरण सामने आया है, जहां पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय लड़की पर बाइक सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने तेजाब फेंक दिया, जिससे लड़की का चेहरा बुरी तरह झुलस गया और उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जब लड़की स्कूल जा रही थी, तब उसके साथ उसकी छोटी बहन भी थी और उसने एसिड अटैक की पूरी दास्तान बताई है. छोटी बहन ने बताया कि चेहरे पर तेजाब से हमला होते ही उसकी दीदी चीख उठी और उसने तुरंत पापा को बुलाने को कहा. पीड़िता की छोटी बहन ने घटना का आंखों देखा हाल बताया और कहा कि वे दोनों जब स्कूल जा रही थीं, तभी दोनों आरोपी बाइक से आए और अचानक उसकी दीदी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया.
इसके बाद उसकी दीदी छटपटाने लगी और दर्द से कराहने लगी. वह जोर-जोर से चिल्लाई और उसे पापा को बुलाने के लिए कहने लगी. छोटी बहन ने बताया कि उसने दोनों आरोपी को पहचान लिया और ये दोनों उसकी स्कूल में नहीं पढ़ते थे. बता दें कि लड़की का चेहरा आठ फीसदी तक झुलस गया है और उसकी आंखें भी प्रभावित हुई हैं. उन्होंने बताया कि किशोरी को सफदरजंग अस्पताल के बर्न आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है.
फिलहाल, पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों- मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा और उसके दो मित्रों हर्षित अग्रवाल (19) और विरेन्द्र सिंह (22) को गिरफ्तार किया है. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागरप्रीत हुडा ने बताया कि हमले में इस्तेमाल तेजाब को ऑनलाइन पोर्टल से खरीदा गया था और अरोड़ा ने इसके लिए भुगतान ई-वॉलेट से किया था. पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कहा कि यह पता चला है कि तेजाब ‘फ्लिपकार्ट’ से खरीदा गया.
इस संबंध में ई-कॉमर्स पोर्टल की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है. पुलिस की मानें तो आरोपी सचिन अरोड़ा और पीड़िता के बीच सितंबर से दोस्ती थी. हालांकि, बीते कुछ समय से दोनों में मनमुटाव हो गया था और लड़की उससे बातचीत नहीं करती थी, जिसके कारण अरोड़ा ने उसपर तेजाब से हमला किया. बताया गया कि आरोपी और पीड़िता पड़ोसी हैं.
बहरहाल, यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई है, जिसमें हमले के बाद जब तेजाब से 12वीं की छात्रा का चेहरा झुलस रहा है तो उसे बुरी तरह तड़पते हुए देखा जा सकता है. यह घटना उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके की है और उस वक्त पीड़िता अपनी छोटी बहन के साथ थी. विशेष पुलिस आयुक्त हुडा ने बताया कि अरोड़ा और अग्रवाल बाइक पर थे और सिंह ने अपराध में उनकी मदद की.
उन्होंने कहा कि घटना से पहले सिंह ने अरोड़ा की स्कूटी और मोबाइल फोन दूसरे लोकेशन पर लेकर गया, ताकि उनके लिए ‘एलिबाई’ (उनके घटना के वक्त किसी और जगह पर मौजूद होने का साक्ष्य बनाने) बना सके और जांचकर्ताओं को गुमराह कर सके. हुडा ने बताया कि अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अग्रवाल का भी पता लगा लिया.
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