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योजनाबद्ध तरीके से पैरादान महाअभियान में पैरे का किया जाएगा संचयन-कलेक्टर…

दुर्ग / गोवर्धन पूजा से शुरू होने वाले पैरादान महाअभियान पर पैरे के कलेक्शन प्रबंधन को लेकर कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा समय सीमा की बैठक में चर्चा शुरूआत की गई। जिसमें उन्होंने जिला पंचायत सी.इ.ओ. को योजनाबद्ध तरीके से इसका संचालन करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने गौठानों में उपस्थित गाय और लावारिस गाय जिन्हें की गौठानों में लाया जाता है, उनके आंकड़ों को इकट्ठा करने के लिए कहा। ताकि गौठानों पर्याप्त चारा पशुधन के लिए उपयोग हो।

उन्होंने नगर निगम के संबंधित अधिकारियों को जनपद पंचायत सीइओ के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर उनके निकटतम गांवों को चिन्हित करने के लिए कहा। जहां से पैरे का उठाव सुचारू रूप से सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने ग्राम सचिव, गौठान समिति के अध्यक्ष को भी सक्रिय रूप से उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। इसके अलावा पैरे का उठाव शीघ्र से शीघ्र हो इसके लिए उन्होंने ट्रेक्टर और मजदूर अलग से व्यवस्थित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

आजिविका मूलक गतिविधियों के लिए लोकल मार्केट की डिमांड वैल्यु पर होगी रिसर्च- गौठानों में क्रियान्वित किए जाने वाले विभिन्न अजीविका मूलक गतिविधियों पर भी चर्चा की गई। जिसमें लोकल मार्केट की डिमांड वैल्यु पर रिसर्च करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया ताकि गौठानों में डिमांड के अनुरूप ही नवीन आजीविका मूलक गतिविधियों का निर्धारण किया जा सके।

एक बड़े स्तर पर आजीविका मूलक गतिविधियों को कैसे शुरू किया जाए इस पर मीटिंग में विस्तार से चर्चा हुई। जिसमें जिला पंचायत सीइओ द्वारा बताया गया कि व्यापक स्तर पर 20 बाड़ियों में गतिविधियां शीघ्र ही शुरू होने वाली हैं। जिनमें बड़े स्तर पर एक ही प्रकार की सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा।

चौक-चौराहों में भिक्षा मांगने वाले लोगों को पुर्नस्थापित करने का किया जाएगा प्रयास – कलेक्टर ने मीटिंग में प्रशासन की ओर से सामाजिक सुधार कार्य का क्रियान्वयन करने की भी बात कही। जिसमें उन्होंने चौक-चौराहों में भिक्षा मांगने वाले महिलाओं, बच्चों और बुढ़ों को चिन्हित कर उनके परिवारजनों का संपर्क सूत्र संग्रहण करने के लिए संबंधित विभाग को दायित्व सौंपा है।

इन संपर्क सूत्रों के माध्यम से उनके परिवारजनों से संपर्क स्थापित कर उन्हें उनके मूल निवास स्थान पर वापस भेजने के लिए सुव्यास्थापित कार्य योजना बनाई जाएगी। भिक्षा मांगने वाले इन व्यक्तियों की काउंसलिंग भी की जाएगी। जो लोग शारिरिक रूप से सक्षम हैं उन्हें काउंसलिंग के माध्यम से प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा कि वो लोग स्वरोजगार के माध्यम से समाज में अपने नई पारी की शुरूआत करें।

मोबाईल एम्बुलेंस के परमानेंट शेड्युल का किया जाएगा व्यापक प्रचार-प्रसार- वर्तमान में जिले में 13 मोबाईल एम्बुलेंस स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सुविधाएं दे रही हैं। आम जन की सक्रियता इस मोबाईल एम्बुलेंस के साथ और बेहतर स्तर से स्थापित हो इसके लिए कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्धारित किए गए परमानेंट शेड्युल का प्रचार-प्रसार और व्यापक स्तर पर करने के लिए निर्देशित किया। इसके साथ-साथ उन्होंने मोबाईल एम्बुलेंस में होने वाले लैब टेस्ट और दवाईयों के संबंध में भी ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लोगों में आए ऐसे प्रचार मॉडल को अपनाने के लिए कहा।

साथ ही इन सेंटरों में आयुष्मान कार्ड और मजदूर कार्ड जैसी रजिस्ट्रेशन सुविधा भी मुहैया कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अलावा टी.एल. मीटिंग में मुख्यमंत्री जन चौपाल, कलेक्टर जन चौपाल, जनयाचिका सुनवाई के आवेदनों, चारागाह में नेपियर की स्थिति, राजस्व विभाग में नामांतरण को लेकर, जाति प्रमाण पत्र, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रतिनियुक्ति व नियुक्ति, रीपा गौठानों में पानी व्यवस्था,

मुख्यमंत्री सुपोषण, वर्मी कम्पोस्ट और कम्पोस्ट खाद विक्रय की स्थिति को लेकर भी मीटिंग में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, आयुक्त नगर निगम भिलाई रोहित व्यास, जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन, मुकेश रावटे एस.डी.एम. दुर्ग, विपुल गुप्ता एस.डी.एम. पाटन, बृजेश सिंह क्षत्रिय एस.डी.एम. धमधा, आयुक्त नगर निगम दुर्ग लोकेश चंद्राकर, आशीष देवांगन आयुक्त नगर निगम रिसाली एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।

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