हेल्‍थ

वर्क लोड का भी मानसिक स्वास्थ पर पड़ता है बुरा असर, ऐसे करें बचाव…

अच्छे और स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए हमें जितना अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए उतना ही हमारे लिए मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी है. बदलती जीवनशैली में हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर सबसे बुरा असर हमारे वर्क लोड का पड़ा है. काम से जुड़ा तनाव हमारे पूरे स्वास्थ्य पर असर डालता है. कई बार यह इतना गंभीर भी हो जाता है कि इससे डिप्रेशन जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है.

आज के समय लगभग हर कोई अपने जीवन में किसी न किसी समय मानसिक तौर पर तनाव या फिर चिंता का सामना करता है. लोग ऑफिस के काम और बिजनेस की समस्याओं की वजह से जरा सी बात पर स्ट्रेस करने लगते हैं और यह सीधे तौर पर हमारे मानसिक स्वास्थ्य को ट्रिगर करता है.

हालांकि आप अपनी दिनचर्या में कुछ छोटे मोटे बदलाव करके टेशन को बाय बाय कह सकते हैं और अपनी लाइफ में एक नई एनर्जी के साथ आगे बढ़ सकते हैं. आइए जानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और वर्क लोड के प्रेशर को दूर रखने के लिए कौन कौन से तरीके अपना सकते हैं….

जागरूक रहें:

तनाव से बचने के लिए सबसे पहला जरूरी कदम है खुद को जागरूक रखना. यह आपको थोड़ा आसान लग सकता है लेकिन यह बेहद मुश्किल है. आपको यह समझना होगा कि आपक किन परिस्थितियों में तनाव महसूस करते हैं जिससे आप उनसे दूर रह सके. कभी कभी तनाव में रहने के बाद भी आप ये नहीं समझ पाते कि आप तनाव से ग्रसित हैं

इसे समझना भी जरूरी है. लंबे समय तक तनाव में रहने की वजह मानसिक स्थिति खराब हो सकती है. अगर आपको जल्दी थकान महसूस होती है, सिर दर्द, अनिद्रा, पहले की अपेक्षा भूख में बदलाव, धड़कन का तेज होना, पसीना आना और बार बार आप बीमार हो रहे हैं तो ये मानसिक तनाव के लक्षण हो सकते हैं.

खुद को बूस्टअप करने के लिए समय निकाले:

जब हम कई घंटे तक एक ही जगह पर काम करते रहते हैं तो तनाव का होना आम बात है. तनाव से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि आप व्यस्त जीवन में अपने लिए कुछ समय निकालें. छोटे से ब्रेक के दौरान आप दोस्तों से बातचीत कर सकते हैं, सोशल मीडिया का लुत्फ उठा सकते हैं. ये सब काम आपको दोबार एनर्जी देने में मदद करेंगे.

अपने काम और निजी जीवन को संतुलित करें:

अक्सर कई बार लोग यह गलती करते हैं कि वह अपनी प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ को मिक्स कर देते हैं और इससे कई तरह की चिंता बढ़ने लगती है. जरूरी है कि ऑफिस के काम को कभी भी घर पर न लाएं और न ही ऑफिस के मुद्दों को पर शेयर करें. आपको अपने काम और घरेलू जीवन के बीच में कुछ सीमाएं निर्धारित करनी होंगी.

नकारात्मक विचारों से बचें:

हम जैसा सोचते हैं ठीक वैसा ही हमारे जीवन में होता है. अगर आप नकारात्मक विचार रखते हैं तो इससे आपका काम प्रभावित होता है. आप किसी काम के बारे में पहले से जैसी धारणा बनाएंगे उससे आपका काम और आपका इंट्रेस्ट दोनों ही प्रभावित होते हैं. अक्सर आपकी नकारात्मक सोच आपके रिजल्ट में असर डालती है जिससे आप मानसिक तौर पर परेशान हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप नकारात्मक सोच को बदलें.

विश्राम तकनीक:

वर्क लोड होने की वजह से कई बार लोग कई घंटे तक लगातार काम करते हैं और इसका उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जरूरी है कि अगर आप खुद को थका हुआ महसूस कर रहे हैं तो जबरदस्ती में काम न करें और अपने आप को थोड़ा रेस्ट दें. ब्रेक के दौरान डीप ब्रीथिंग तकनीक आपको तनाव से दूर रहने में मदद करती है. तनाव से बचने के लिए आप हर दिन सुबह के समय मेडिटेशन का भी सहारा ले सकते हैं.

ऑफिस गॉसिप से दूर रहें:

ऑफिस में होने वाली गॉसिप हमारी सोच पर बहुत अधिक प्रभाव डालती है. गॉसिप की कई बातें हमारे मन में बैठ जाती है जो कि मानसिक तौर पर कमजोर बनाने का काम करती हैं. अगर आप मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करना चाहते हैं तो जरूरी है कि ऑफिस में होने वाले गॉसिप से दूर रहें.

छुट्टी पर जाएं:

भागमभाग जिंदगी में लोग अपने लिए समय निकालना भूल गए हैं. लोग ऑफिस के काम और परिवार की जिम्मेदारियों में इतना व्यस्त हो गए हैं कि अपने बारे में सोचना ही भूल गए हैं और इसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर ही पड़ता है. अगर आपने महीनों से छुट्टी नहीं ली है तो जरूरी है कि हर 2-3 महीने के अंतराल में छुट्टी ले और दोस्तों या फिर परिवार के साथ ट्रिप पर जाएं. बताएं गए तरीकों को अगर आप अपने जीवन में अपनाते हैं तो इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा और आप अपने वर्क लोड के प्रेशर से भी दूर रह पाएंगे जिससे आप आसान तरीके अपने लक्ष्य को भी पूरा कर सकेंगे.

संपूर्ण खबरों के लिए क्लिक करे

https://jantakikalam.com.

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button