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भारत में सोने की सप्‍लाई में हुई कटौती, त्‍योहारी सीजन में इतना रहेगा सोने का दाम… 

भारत में त्‍योहारी सीजन शुरू हो चुका है. इस सीजन में देश में सोने की खूब खरीदारी होती है. एक रिपोर्ट के अनुसार. इस फेस्टिव सीजन में भारत में पिछले साल के मुकाबले सोने की मांग में 11 फीसदी इजाफा होने की उम्‍मीद है. भारत में मंगलवार को हाजिर बाजार में सोने के भाव में तेजी आई.

दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 980 रुपये बढ़कर 51,718 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. भारत में सोने के भाव आगे और बढ़ने के आसार अब बनते नजर आ रहे हैं. भारत में सोने की सप्‍लाई करने वाले विदेशी बैंकों ने अब आपूर्ति में कटौती कर दी है.

एक रिपोर्ट के अनुसार, तीन बैंक अधिकारियों और दो वॉल्ट ऑपरेटरों ने बताया कि है चीन और तुर्की जैसे देशों में सोने पर बेहतर प्रीमियम मिलने के कारण बैंकों ने भारत की बजाय इन देशों में ज्‍यादा सोना बेचना शुरू कर दिया है. प्रमुख त्योहारों से पहले भारत में सोने के शिपमेंट में अच्‍छी-खासी कटौती हुई है.

सितंबर में 30 फीसदी घटा आयात –

भारत में सितंबर में सोने के आयात में वार्षिक आधार पर 30 फीसदी की कमी आई है. सितंबर 2022 में सोने का आयात घटकर 68 टन हो गया है. वहीं, तुर्की का सोना आयात 543% बढ़ गया. अगस्त में हांगकांग के माध्यम से चीन का शुद्ध सोने का आयात लगभग 40% उछलकर चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया था. अगर हम बात दशहरे पर सोने के भाव की करें तो 2020 में दशहरे पर सोने का भाव 50858 था. 2021 में गोल्‍ड का रेट 47967 था. इस बार भाव 52000 के करीब हैं.

सोने का कम स्‍टॉक –

सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि आईसीबीसी स्टैंडर्ड बैंक, जेपी मॉर्गन और स्टैंडर्ड चार्टर्ड भारत के प्रमुख सोने के आपूर्तिकर्ता हैं. त्योहारों से पहले ये सोने का ज्‍यादा आयात कर अपनी तिजोरियों में रखते हैं, लेकिन फिलहाल इनकी तिजोरियों में एक साल पहले आयात किए गए सोने का बस 10% से भी कम हिस्सा बचा है.

मुंबई के एक वॉल्ट अधिकारी ने बताया कि त्‍योहारी सीजन में कुछ टन सोना तिजोरियों में होना चाहिए, लेकिन तिजोरियों में अब सोना बस कुछ किलो ही बचा है. जेपी मॉर्गन, आईसीबीसी और स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने फिलहाल इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.

इस साल सोने पर घटा प्रीमियम –

भारत में सोने का भाव पिछले साल त्‍योहारी सीजन में अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क कीमत से करीब 4 डॉलर अधिक था. लेकिन, इस बार 1 से 2 डॉलर प्रति औंस ही प्रीमियम मिल रहा है. वहीं, सोने के सबसे बड़े मार्केट चीन में सोने पर प्रीमियम 20-45 डॉलर है. वहीं, तुर्की में सोने पर प्रीमियम 80 डॉलर प्रति औंस है.

सर्राफा आपूर्ति करने वाले एक प्रमुख बैंक के मुंबई में पदस्‍थ एक अधिकारी ने बताया कि बैंक वहीं बेचेंगे, जहां उन्हें अधिक कीमत मिलेगी. चीन और तुर्की में जो रेट है उसकी तुलना में भारत में रेट कुछ भी नहीं है. इसलिए ही सोने के आपूर्तिकर्ता बैंकों ने अपना फोकस चीन और तुर्की पर किया है.

क्‍या होगा असर? –

चीन के बाद भारत दुनिया का सोने का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड मार्केट है. भारतीय बाजार में सोने की सप्लाई में कटौती से सोने के रेट पर असर होना लाजिमी है और भारतीय खरीदारों को इस त्योहारी सीजन में सोना खरीदने के लिए ज्‍यादा दाम चुकाने पड़ सकते हैं. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी का असर भारतीय बाजार पर दिख रहा है.

इसी कारण रेट चढ़े हैं. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड मार्च 2022 के बाद शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है. यूएस ट्रेजरी यील्ड में लगातार गिरावट और डॉलर में लौटी कमजोरी से सोना तेज हुआ है.

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