दुर्ग / राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के ग्राम सुराज सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए उनकी जयंती पर जिले में चयनित गौठान में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीज पार्क (रीपा) की स्थापना के लिए शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न गौठानों में ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाने के उद्देश्य से रीपा का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर जिला मुख्यालय, विकासखंड मुख्यालय और ग्राम हसदा तथा अन्य गांवों में आयोजन हुए। जिला कार्यालय में संभागायुक्त महादेव कांवड़े और कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों और हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा की गांधी जी की जन्म जयंती पर जिले में ग्रामीण औद्योगिक पार्क यानी रीपा की शुरुआत की जा रही है ।
संभागायुक्त ने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा आगे बढ़ना है और खुशहाल बनाना है तो हमें गांव से फिर से शुरुआत करनी होगी। ग्राम स्वराज्य के सपने को साकार करने गाँव तक जाना पड़ेगा। यह रीपा कार्यक्रम महात्मा गांधी के सोच को वास्तव में ताक़त देने का कार्यक्रम है। किसी भी योजना की वास्तविकता धरातल में लाना है तो उसका सही तरह से क्रियान्वयन होना ज़रूरी रहता है।
कलेक्टर ने कहा कि हम रीपा के लिए ऐसा सिस्टम बनाएंगे, जिससे लगातार गतिविधियों की मॉनिटरिंग होती रहे और फ़ीडबैक भी मिलता रहे। जिले में प्रस्तावित गतिविधियां- इन ग्रामीण औद्योगिक पार्क में पोहा प्रसंस्करण इकाई, स्नेक्सचिप्स पैकेजिंग इकाई, आटा मिल,लघु वन उत्पाद संग्रह और प्रसंस्करण इकाई,वटन मशरूम उत्पादन और प्रसंस्करण इकाई, हथकरघा सिलाई और फैशन डिजाइनिंग यूनिट,
फ्लाई ऐश ब्रिक्स और पेवर ब्लॉक यूनिट ,बोरा (वर्मी वैग बनाने की मशीन),सेटेलाइट हेचरी ,मवेशी चारा निर्माण इकाई,आटा मिल, पापड़ बिजोरी आचार और मसाला विनिर्माण इकाई,पापड़ विजोरी, आचार और मसाला विनिर्माण इकाई,मक्का प्रसंस्करण इकाई,इमली प्रसंस्करण इकाई,मक्का प्रसंस्करण इकाई,मशरूम उत्पादन इकाई,साबुन, डिटर्जेंट और फिनॉयल निर्माण,लाख प्रसंस्करण इकाई,लेयर फार्मिग,दाल मिल व मसाला इकाई स्थापित किये जायेंगे।
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (रीपा) योजना क्या है- छत्तीसगढ़ की सुराजी गांव योजना के तहत ग्रामीण उद्योग एवं उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर गांवों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने संकल्पना की गई है। गौठानों को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने श्महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (रीपा) अर्थात ग्रामीण आजीविका पार्क योजना प्रारंभ किया जा रहा है।
योजना के तहत गौठानों को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए स्थानीय, शासकीय एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ग्रामीण उत्पादन एवं सेवा केन्द्र के रूप विकसित किया जाएगा । रीपा योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाना है । जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक रीपा में लिए जाने वाली गतिविधियों का नियोजन कर रीपा में सार्वजनिक सुविधाओं हेतु समेकित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डी.पी.आर) तथा ब्लूप्रिंट तैयार कर प्रत्येक उद्यम हेतु पृथक-पृथक बिजनेस प्लान के आधार पर कार्य किया जावेगा ।
गौठानों में स्थानीय आवश्यकता और बाजार की संभावनाओं के आधार पर निर्धारित समय-सारणी अनुसार विविध उद्यम स्थापित किये जाएंगे । ग्रामीण आजीविका पार्क (रीपा) में ग्रामीणों के आजीविका संवर्द्धन हेतु शासन की ओर से मूलभूत सुविधाएं आधारभूत संरचना जैसे आंतरिक सड़क, विद्युत, जल एवं नाली व्यवस्था, वर्कशेड, भंडारण व्यवस्था, प्रशिक्षण, शिशु गृह (क्रेश). शौचालय, मार्केटिंग सपोर्ट, तकनीकी मार्गदर्शन इत्यादि उपलब्ध कराये जाएंगे ।
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