चीन के जाल में फंसे 20 हजार भारतीय स्टूडेंट्स, इस तरह ड्रैगन ने अंधकार में डाल दिया है भविष्य
China not Giving Visa to Indian Students: बेशक चीन बीच-बीच में भारत से अच्छे संबंध के तमाम दावे करता हो, लेकिन ड्रैगन इंडिया को नुकसान पहुंचाने से कभी बाज नहीं आता. वह कुछ न कुछ ऐसा करता रहता है जिससे भारत को या भारतीयों को नुकसान पहुंचे.
ड्रैगन की एक ऐसी ही चाल सामने आई है, जिसकी वजह से करीब 20 हजार इंडियन स्टूडेंट्स का भविष्य अंधकार में फंसा हुआ है. दरअसल, ये वो छात्र हैं जो चाइना में मेडिकल या अन्य कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं और कोरोना की वजह से बीच में पढ़ाई छोड़कर भारत लौटे थे, लेकिन तीन साल बाद हालात सामान्य होने के बाद भी चीन इन्हें वापसी का वीजा नहीं दे रहा है.
मार्च में जताई थी वीजा देने पर सहमति
बता दें कि चीन ने 3-4 महीने पहले विदेशी स्टूडेंट्स की चीन में फिर से एंट्री को लेकर ऐलान किया था, लेकिन इसके बाद भी भारतीय छात्रों के जाने का रास्ता साफ नहीं हो पाया है.
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मार्च में इस पर एक बैठक भी हुई थी. इसमें इंडियन स्टूडेंट्स को वीजा देने पर सहमति भी बन गई थी. चीन ने भारतीय दूतावास से ऐसे स्टूडेंट्स की लिस्ट भी मांगी थी, लेकिन इसके बाद भी चीन ने मामले को लटका दिया.
अब सिर्फ 1 प्रतिशत स्टूडेंट्स को एंट्री देने की कही बात
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन द्वारा भारतीय दूतावास से लिस्ट मांगने के बाद भारत सरकार ने उसे फर्स्ट, सेकेंड, थर्ड औऱ फाइनल ईय़र के स्टूडेंट्स की अलग-अलग लिस्ट बनाकर दी थी, लेकिन लिस्ट मिलने के बाद चीन ने नया ड्रामा शुरू कर दिया. अब उसका कहना है कि वह सिर्फ 1 प्रतिशत छात्रों को ही एंट्री दे पाएगा.
हैरानी की बात ये है कि चीन दूसरे देश के स्टूडेंट्स के साथ इस तरह की पॉलिसी नहीं अपना रहा. वह अन्य देशों के स्टूडेंट्स को बिना शर्त वापसी का वीजा दे रहा है.
चीन सरकार ने भारतीय दूतावास से कहा है कि फिलहाल वह फाइनल ईयर वाले स्टूडेंट्स को ही वीजा उपलब्ध करा सकती है. ऐसे में इनकी लिस्ट ही सौंपी जाए.
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