Railway News: ट्रेन में भी खाने-पीने के सामान पर नहीं देना होगा सर्विस चार्ज, जानिए रेल मंत्रालय का नया फैसला

रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने पिछले दिनों एक सरकुलर जारी किया है। इसमें बताया गया है कि प्रीमियम ट्रेनों (Premium Trains) में पहले से भोजन बुक नहीं कराने वालों से अब सर्विस चार्ज (Service Charge in Trains) नहीं लिया जाएगा।
हालांकि इस फैसले में भी रेलवे (Railway Board) की चालाकी ही झलकती है। पहले रेलवे खाने-पीने के सामानों पर जो अलग से 50 रुपये का सर्विस चार्ज लेता था, अब चाय को छोड़ कर अन्य सामानों के दाम में ही उसे जोड़ दिया गया है। मतलब उन सामानों के दाम 50 रुपये बढ़ गए हैं।
उसके कैशमेमो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा था। उस कैश मेमो में चाय की कीमत 20 रुपये दर्शायी गयी थी जबकि सर्विस चार्ज के रूप में 50 रुपये। इस घटना पर रेलवे की खूब आलोचना हुई थी।
इसमें कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति राजधानी या शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेन में पहले से भोजन बुक नहीं कराता है और वह यात्रा के दौरान मील या टी आदि की डिमांड करता है तो उसे इसकी सप्लाई की जाएगी। लेकिन हर मील पर यात्री को 50 रुपये सर्विस चार्ज के रूप में अतिरिक्त चुकाने होंगे।
हालांकि, जिन यात्रियों से सर्विस चार्ज वसूला जाता था, उनके लिए चाय को छोड़ कर अन्य सामानों के दाम बढ़ा दिए गए हैं। अब उन सामानों के दाम में ही सर्विस चार्ज जोड़ दिया गया है।
मतलब कि चाय तो अब 20 रुपये में मिल जाएंगे। लेकिन, जो ब्रेकफास्ट पहले 105 रुपये में मिलता था वह अब 155 रुपये में मिलेगा। जो लंच या डिनर पहले 185 रुपये में मिलता था उसकी कीमत 235 रुपये कर दी गई है।
होटल या रेस्टारेंट में सर्विस चार्ज अलग से वसूलने पर केंद्र सरकार पहले ही सख्ती दिखा चुकी है। तभी तो बीते 4 जुलाई को उपभोक्ता मामलों के विभाग ने आदेश जारी किया था कि सेवा शुल्क की मांग करना अनुचित है।
इसलिए किसी भी होटल या रेस्टोरेंट या किसी अन्य संस्था द्वारा ऐसा कोई सेवा शुल्क नहीं लगाया जाना चाहिए। हालांकि, सरकार के इस फैसले का होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री ने विरोध किया है।
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