HCL Quarter Result : पहली तिमाही में मुनाफा 2.4 फीसदी बढ़ा, शेयरधारकों के लिए डिविडेंड का ऐलान
एचसीएल टेक ने मंगलवार 12 जुलाई को मार्च-जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट वार्षिक आधार पर 2.4 फीसदी बढ़कर 3283 करोड़ रहा है. वहीं, तिमाही आधार पर देखें तो इसमें 8.6 फीसदी की गिरावट आई है. वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कपंनी का मुनाफा 3593 करोड़ रुपये रहा था.
कंपनी के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 10 रुपये डिविडेंड का ऐलान किया है. कंपनी के 1 शेयर की फेस वैल्यु 2 रुपये है. कंपनी की आय वार्षिक आधार पर 16.9 फीसदी बढ़कर जून तिमाही में 23,464 करोड़ रुपये रही. वहीं, तिमाही आधार पर कंपनी की आय में 3.8 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है. पहली तिमाही में कंपनी की करेंसी रेवेन्यू ग्रोथ 2.7 फीसदी रही है.
205 करोड़ डॉलर के कॉन्ट्रेक्ट मिले
कंपनी के जारी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 205 करोड़ डॉलर के कॉन्ट्रेक्च मिले हैं. तिमाही आधार पर कंपनी की बिजनेस ग्रोथ 2.3 फीसदी और एट्रिशन रेट (कर्मचारियों को रोके रखना) 23.8 फीसदी रही. यह पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 11.8 फीसदी थी. जून तिमाही में कंपनी ने 2089 कर्मचारी जोड़े हैं.
कंपनी का बयान
एचसीएल टेक की चेयरपर्सन रोशनी नादर ने कहा है, “जैसे-जैसे प्रोद्योगिकी लोगों के जीवन और कारोबार का केंद्र बिंदु बन रही है, एचसीएल अपने क्लाइंट्स के लिए डिजिटल यात्रा ट्रांसफॉर्मेशन की रफ्तार और बढ़ा रही है. हम अपने हितधारकों और समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझते हुए अपनी विकास की रणनीति को आगे भी जारी रखेंगे.
एचसीएल के शेयरों की स्थिति
आईटी शेयरों में भारी बिकवाली जारी है और एचसीएल के शेयर भी इससे अछूते नहीं हैं. मंगलवार को एचसीएल टेक के शेयर निफ्टी पर 1.67 फीसदी या करीब 16 रुपये प्रति शेयर की गिरावट के साथ 928 रुपये के करीब बंद हुए. पिछले एक हफ्ते में ये शेयर 6 फीसदी से अधिक टूट चुका है. हालांकि, निवेशक इसमें पैसा लगाने की सलाह दे रहे हैं. कंपनी का मार्केट कैप 2.56 लाख करोड़ रुपये से अधिक है.
टीसीएस ने पिछले हफ्ते जारी किए थे नतीजे
टीसीएस ने बताया कि जून तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 5.2% बढ़कर 9,478 करोड़ रुपए हो गया. यह विश्लेषकों की उम्मीद 9,851 करोड़ रुपए से कम है. तिमाही के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन 23.1% के मल्टी ईयर लो पर रहा, जो एक साल पहले 25.5% था. यह मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि, टैलेन्ट खोजने का बढ़ता खर्च और धीरे-धीरे यात्रा खर्चों के सामान्य होने की वजह से रहा.
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