कोटा. कोचिंग सिटी कोटा से एक बार फिर दिल को दहला देने वाली (Heart wrenching) घटना सामने आई है. यहां अंडमान निकोबार निवासी एक छात्र ने ऑनलाइन गेम के चलते मौत को गले लगा (Suicide due to online game) लिया. पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्र अक्सर ऑनलाइन गेम के चलते ऑफलाइन क्लास भी अटेंड नहीं कर पाता था.
इसके कारण वह आगामी 17 जुलाई को होने वाली परीक्षा को लेकर दबाव में आ गया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस छात्र को उसके माता-पिता ने मेडिकल परीक्षा की तैयारी करने के लिये कोटा भेजा था. सुसाइड केस के जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि घटना शनिवार रात को कोटा के महावीर नगर इलाके में हुई.
यहां अंडमान निकोबार निवासी 16 वर्षीय छात्र नीट की तैयारी कर रहा था. वह गत वर्ष सितंबर माह से कोटा में रह रहा था. वह महावीर नगर फर्स्ट इलाके में स्थित एक हॉस्टल में रहता था. उसने शनिवार रात को अपने कमरे में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. इससे पहले उसने चूहे मारने की दवा खाई थी. छात्र पढ़ाई में ठीक था. लेकिन वह मोबाइल पर ‘फ्री फायर’ गेम खेलता था.
बेटे ने कहा था कि अच्छे नंबर लाकर दिखाऊंगा और डॉक्टर बनूंगा
छात्र के पिता भी अंडमान निकोबार पुलिस महकमे में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. वो कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था. वह बीते 5 महीने से ऑनलाइन गेम खेल रहा था. उसके ऑनलाइन गेम खेलने की शिकायत के बाद उसको समझाया भी था. लेकिन तब बेटे ने कहा था कि अच्छे नंबर लाकर दिखाऊंगा और डॉक्टर बनूंगा.
मोर्चरी के बाहर बैठी मां ने बेटे के शव को देखकर खोया आपा
छात्र के पिता ने अंदेशा जताया कि कोई युवक उनके बेटे पर फ्री फायर गेम खेलने के लिए प्रेशर बना रहा था. संभवतया उसी तनाव के चलते उसने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. रविवार को अस्पताल की मोर्चरी के बाहर बैठी मां ने बेटे के शव को देखकर आपा खो दिया. उन्होंने बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना संजोकर उसे कोचिंग सिटी भेजा था. लेकिन परिणाम कुछ और ही सामने आया. पुलिस सुसाइड के कारणों की तह में जाने का प्रयास कर रही है.
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