
अमरावतीः महाराष्ट्र के अमरावती में वॉट्सऐप पोस्ट डालने वाले केमिस्ट उमेश कोल्हे की बेरहमी से हत्या के मामले में नई जानकारी सामने आई है. खुफिया सूत्रों के सामने खुलासा किया है कि किस तरह वॉट्सऐप ग्रुप के मेंबर्स ने 54 साल के उमेश की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया. उमेश कोल्हे को 21 जून को चाकुओं से वार करके हत्या कर दी गई थी. अब एनआईए ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है.
सूत्रों के मुताबिक, उमेश कोल्हे ने ब्लैक फ्रीडम नाम के वॉट्सऐप ग्रुप पर विवादित पोस्ट डाली थी. ये पोस्ट बीजेपी की नेता नूपुर शर्मा के बयान से संबंधित थी. इस ग्रुप में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग थे. सूत्रों के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के एक मेंबर ने कोल्हे के मैसेज का स्क्रीनशॉट लेकर दूसरे वॉट्सऐप ग्रुप में डाल दिया.
इस ग्रुप का नाम ‘कलीम इब्राहिम’ ग्रुप था. पोस्ट देखकर इस ग्रुप के मेंबर बहुत नाराज हो गए. उसी के बाद उन्होंने उमेश कोल्हे से बदला लेने का फैसला किया. उमेश कोल्हे की हत्या का मास्टरमाइंड इरफान खान नाम का शख्स है. सूत्रों के मुताबिक, इरफान राहेबार हेल्पलाइन नाम से एक एनजीओ चलाता है. बताया जा रहा है कि उमेश की हत्या की साजिश बनने के बाद उनकी रेकी की गई.
एक बार 20 जून को भी उन पर हमला करने की कोशिश हुई थी, लेकिन प्लान कामयाब नहीं हो सका था. उसके बाद 21 जून को जब उमेश अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहे थे, उसी दौरान हमलावरों ने उन्हें घेर लिया और चाकुओं से वार करके निर्ममता से हत्या कर दी. उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में पुलिस 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
इनमें कथित मास्टरमाइंड इरफान शेख, वेटनरी डॉ. यूसुफ खान, शाहरुख, शोएब खान, आतिब रशीद, अब्दुल तौफीक और मुदस्सिर शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉ. यूसुफ खान ही वह शख्स है, जिसने उमेश कोल्हे के मैसेज का स्क्रीनशॉट दूसरे ग्रुप में पोस्ट किया था. उसके बाद वह पोस्ट कई और ग्रुप में शेयर की गई थी.
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