
दुर्ग जिले में उतई के उमरपोटी गांव में बुधवार की शाम ठेका मजदूर भोजराम साहू (34), उसकी पत्नि ललिता (28), 4 साल के बेटे प्रवीण और डेढ़ साल के डिकेश का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पड़ोसियों की सूचना की बाद पुलिस जब भोजराम के घर का दरवाजा तोड़कर घुसी, तब चारों शव मिले।
प्रारंभिक जांच में पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि युवक ने पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद खुद फांसी लगा ली। पत्नी-बच्चों का शव बिस्तर पर मिला, जबकि भोजराम के शव को पुलिस ने फंदे से नीचे उतारा। पुलिस के मुताबिक आसपास के लोगों ने बताया कि वारदात से काफी देर पहले पति-पत्नी के बीच झगड़े की आवाजें आई थीं।
भोजराम बीएसपी में ठेका श्रमिक था 2017 में उसकी शादी हुई थी। उसी मकान में उसके माता-पिता और भाई भी रहते हैं। भोजराम के पिता हत्याकांड के समय घर पर नहीं थे, बड़ा भाई भी गांव से बाहर था। घर में युवक की मां, पत्नी और बच्चे ही थे। भोजराम बुधवार को काम पर नहीं गया। इसी दौरान उसका पत्नी से विवाद हुआ।
पुलिस का अनुमान है कि संभवत: इसके बाद भोजराम ने कमरा भीतर से बंद किया और मोबाइल चार्जर के तार से पत्नी तथा बड़े बेटे को गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद डेढ़ साल के बच्चे की तकिए से मुंह दबाकर हत्या की, फिर खुद फांसी लगा ली। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घटना के कारणों की तफ्तीश शुरू कर दी है।
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