मनी लॉन्ड्रिंग केस: अदालत में पाक PM शहबाज बोले- मैं तो ‘मजनू’ हूं !
लाहौर / पाकिस्तान में राजनीतिक और आर्थिक हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। जनता आर्थिक परेशानी से बेहाल है। खबर के अनुसार आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में अदालत में पेश हुए।
पाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, मैं मजनूं हूं..
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में अदालत में पेश हुए। उन्होंने कहा कि, पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने सैलरी तक नहीं ली। पीएम शहबाज ने कहा कि, ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि वो मजनूं (मूर्ख) थे।
मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके दोनों बेटों के खिलाफ इस समय मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा चल रहा है। जिसमें से एक बेटा हमजा इस समय पंजाब प्रांत के चीफ मिनिस्टर हैं।
वे भी आज शहबाज शरीफ के साथ कोर्ट में पेश हुए। वहीं, उनका दूसरा बेटा सुलेमान इसी मामले में फरार चल रहा है। जानकारी के मुताबिक वह इस समय कहीं विदेश में छिपा हुआ है।
शहबाज शरीफ के परिवार से जुड़ीं बेनामी संपत्तियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की केंद्रीय जांच एजेंसी ने कथित तौर पर शहबाज शरीफ के परिवार से जुड़ीं 28 बेनामी संपत्तियों को पकड़ा है जांच एजेंसी ने लेनदेन की जांच की है।
जानकारी के मुताबिक काला धन छिपे हुए खातों में रखा गयाथा और इसे शहबाज शरीफ को ट्रांसफर किया गया। ये सारे आरोप जांच एजेंसी की तरफ से लगाए गए हैं।
शहबाज ने कहा कि उन्हें ईश्वर ने देश का प्रधानमंत्री बनाया
इधर कोर्ट में पीएम शहबाज शरीफ ने सभी आरोपों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि 12 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने सरकार से एक भी पैसा नहीं लिया है।
शहबाज ने कहा कि उन्हें ईश्वर ने देश का प्रधानमंत्री बनाया है। मैं तो एक मजनूं हूं, क्योंकि मैंने एक भी कानूनी तौर पर वैध पैसा नहीं लिया, चाहे वह वेतन हो या फिर कोई अन्य लाभ।
शहबाज पहली बार 1997 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने
शहबाज पहली बार 1997 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे। उस वक्त उनके भाई नवाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री थे। वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ सरकार को अपदस्थ कर दिया था।
इसके बाद शहबाज ने परिवार के साथ 2007 में पाकिस्तान लौटने से पहले सऊदी अरब में आठ साल निर्वासन में बिताए थे। वह 2008 में दूसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने। वे 2013 में तीसरी बार सत्ता में आए।
शहबाज ने अदालत से कहा…
शहबाज ने अदालत से कहा, मेरे परिवार को मेरे फैसले के कारण दो अरब रुपये का नुकसान हुआ। मैं आपको हकीकत बता रहा हूं। जब मेरे बेटे का इथेनॉल उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जा रहा था, तब भी मैंने इथेनॉल पर शुल्क लगाने का फैसला किया।
उस फैसले के कारण मेरे परिवार को सालाना 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।शहबाज के वकील ने दलील दी कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पूर्व की सरकार द्वारा दर्ज कराया गया धनशोधन का मामला राजनीति से प्रेरित है।
विशेष अदालत ने 21 मई को पिछली सुनवाई के दौरान शहबाज और हमजा की अंतरिम जमानत 28 मई तक बढ़ाने के बाद मामले में सुलेमान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
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