मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान 7 युवक गंगा में डूब गए। आस-पास के लोगों ने डूब रहे युवकों में से 4 को गमछे के सहारे बचा लिया। वहीं बाकी 3 लोग डूब गए। दो युवकों का शव मिल गया है जबकि एक अब भी लापता है।
घटना कासिम बाजार थाना क्षेत्र के दुरमट्टा घाट पर बुधवार दोपहर 12 बजे हुई। युवक बिंदवाड़ा चैती दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने गए थे। गोताखोरों को ढूंढने में लगाया गया है। मौके पर कासिम बाजार थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार टीम के साथ कैंप कर रहे हैं।
बिंदवाड़ा दुर्गा पूजा समिति के सदस्य आकाश कुमार ने बताया, ‘हम लोग अपनी प्रतिमा विसर्जन के लिए घाट आए थे। जैसे ही प्रतिमा को गंगा में विसर्जित करने जा रहे थे, 7 लोग प्रतिमा के साथ डूब गए।
चार लोगों को किसी तरह गमछा और कपड़ा के सहारे ऊपर खींच लिया गया, लेकिन तीन युवक गंगा में समा गए।’ मिलने वाले शव की पहचान बिंदवाड़ा निवासी ऋषभ राज (27) और अमरजीत कुमार (22) के रूप में हुई है। वहीं उसी गांव के मोनू सिंह (26) की तलाश की जा रही है।
कुछ दिनों में बनने वाला था सिपाही
अमरजीत गांव में ही रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके दोस्त आकाश ने बताया, ‘तीन महीना पहले ही उसने बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में पास किया था।
7 अप्रैल को उसने सिपाही भर्ती का दौड़ भी निकाला था। उसकी कुछ दिनों बाद जॉइनिंग होनी थी। लेकिन उससे पहले हादसे में उसकी मौत हो गई।’
तीन पुत्र में दो की डूबने से मौत
ऋषभ राज के पिता की बड़ी दर्दनाक कहानी है। ऋषभ के पिता बबलू सिंह को 3 पुत्र थे। बड़ा बेटा प्राइवेट कंपनी में बाहर नौकरी कर रहा है। दूसरे नंबर के बेटे की 2015 में रेल कारखाना के पास बने तालाब में डूबने से मौत हो गई थी।
अब सबसे छोटे बेटे ऋषभ राज जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसकी भी गंगा में डूबने से मौत हो गई। बबलू सिंह अपने 2 जवान बेटे की मौत के बाद टूट गए।
क्रिकेट के शौकीन मोनू की तलाश जारी
बिंदवाड़ा के रहने वाले श्याम सिंह के 26 वर्षीय पुत्र मोनू सिंह गांव में ही रहकर ग्रेजुएशन की पढाई कर रहा था। पढ़ाई के साथ-साथ उसे क्रिकेट का बहुत शौक था। लापता मोनू की तलाश अभी जारी है।
स्थानीय गोताखोर ढूंढ रहे लापता युवकों को
मामले में SDO खुशबू गुप्ता ने बताया, ‘जानकारी मिली की सात युवक गंगा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूब गए थे। इसमें 4 लोगों को बचा लिया गया है। दो की लाश मिल गई है। एक अब भी लापता है। स्थानीय गोताखोर को दो स्पीड बोट एवं महाजाल के साथ ढूंढने में लगाया गया है।’
आक्रोशित ग्रामीण ने किया रोड जाम
घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने भागलपुर-पटना मार्ग दुर्मटा के पास बांस बल्ला लगाकर जाम कर दिया। लोगों का आरोप है कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान गंगा घाट पर गोताखोर नहीं रहने तथा युवक के डूबने के डेढ़ घंटे बीतने के बाद भी कोई गोताखोर या राहत बचाव कार्य प्रशासन द्वारा शुरू नहीं किया गया।
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