नई दिल्ली. देवघर के त्रिकूट पहाड़ में दर्दनाक हादसे में चार लोगों को जान गंवानी पड़ी है. 48 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को खत्म किया है. सेना और वायु सेना के जवानों ने 1500 फुट की ऊंचाई पर रोपवे में फंसे करीब 50 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है.
जिस वक्त यह हादसा उस वक्त का एक दर्दनाक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में रोपवे पर सवार लोगों की चीखें सुनकर आपका भी दिल पसीज जाएगा.
ऐसा लग रहा है जैसे ये लोग मौत से पहले ईश्वर को याद कर रहे हैं. चीख-पुकार का यह वक्त दिल को दहलाने वाला है.
घटना से ठीक पहले का वीडियो
रोपवे पर चढ़े लोग ईश्वर को याद कर रहे हैं. लोग भगवान-भगवान पुकार कर बदहवासी के आलम में हैं. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए. यह वीडियो करीब दो मिनट का है जिसमें लोगों की चीख सुनी जा सकती है.
यह वीडियो घटना से ठीक पहले का है. आमतौर पर लोग रोपवे में झूमते हुए पहाड़ों का आनंद लेते हुए जाते हैं. सबके हाथ में मोबाइल होता है. कई लोग कैमरे से इस पल को शूट कर रहे होते हैं.
ऐसे ही एक व्यक्ति इस आम दिनों के तरह ही कैमरे से शूट कर रहा था. उसे नहीं पता था कि यह हादसा होने वाला है. अचानक सबकुछ एक ही पल में बदल गया. रोपवे पर जैसे ही दो ट्रॉली आपस में टकराई लोगों दहशत में चीखने लगे. भगवान-भगवान की आवाज स्पष्ट आने लगी.
क्यों खास है त्रिकूट पहाड़
झारखंड का देवघर द्वादश ज्योर्तिलिंग के लिए प्रसिद्ध है. यहां रावणेश्वर महादेव का दर्शन किया जाता है. आमतौर पर लोग बिहार के सुल्तानगंज से कांवड़ में गंगाजल लेकर पैदल यात्रा कर देवघर की यात्रा करते हैं.
बाबा को जल चढ़ाने के बाद आस-पास के दर्शनीय स्थलों पर भी जाते हैं. देवघर को बाबाधाम भी कहा जाता है. देवघर से त्रिकूट पहाड़ की दूरी करीब 22 किलोमीटर है.
यहां के पर्यटक स्थल धार्मिक, वन्यजीवन, एडवेंचर, ट्रेकिंग आदि के लिए मशहूर है. रोपवे से पूरे शहर का 360 डिग्री व्यूज लिया जा सकता है. यहां पर त्रिकटाचला महादेव का मंदिर है.
माना जाता है कि यहां संत दयानंद रहते थे. त्रिकूट पहाड़ 1500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. इस पहाड़ पर तीन पहाड़ियां हैं जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर कहा जाता है.
इसके पास ही दो छोटी पहाड़ियां हैं जिनका नाम गणेश और कार्तिक है. मयूराक्षी नदी का उद्गम स्थल त्रिकूट पहाड़ ही है. रोपवे में 25 केबल कार लगे हैं.
एक कार में चार लोगों के बैठने की जगह है. त्रिकूट पहाड़ पर केबल कार से जाने में 15 मिनट का वक्त लगता है.
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