
गौठान पहुंच कार्यक्रम के तहत जिले के गौठनों में कार्यरत महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर कार्यों की ली जानकारी।
रिसामा गौठान में महिला समूह द्वारा उत्पादित जैविक खाद से हुए लाभ एवं चारागाह व बाड़ी के कार्यों की संभागायुक्त ने की प्रशंसा
दुर्ग / जिले के गौठान की व्यवस्था देखने के लिए नोडल अधिकारी गौठानों का भ्रमण कर रहे है। राज्य शासन के निर्देशानुसार दुर्ग जिले के गौठान में होने वाली गतिविधियों को देखने के लिए आज दुर्ग संभागायुक्त महादेव कावरे ने विभिन्न ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर गौठान की जमीनी हकीकत देखी।
उन्होंने आज रिसामा एवं मतवारी गौठान में पशुधन के लिए उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन करते हुए कार्यरत महिला स्व सहायता समूह एवं ग्राम गौठान समिति के सदस्यों से उनके कार्यो की जानकारी ली । इस दौरान गोबर खरीदी तथा खाद निर्माण की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हुए गौठान को आजीविका केंद्र के रूप में सतत आगे बढ़ाने हेतु अनेक सुझाव दिए।
श्री कावरे ने गौठान के सभी गतिविधियों का निरीक्षण करते हुए समूह के सदस्यों से कहा कि वे अपने आय -व्यय की जानकारी रजिस्टर में दर्ज करें, गौठान में उपलब्ध स्थानों का बेहतर उपयोग करते हुए आजीविका के नए साधन विकसित करें। रिसामा गौठान में लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह ,शीतला महिला स्व सहायता समूह ,
महिला स्व सहायता समूह की दीदियों से वर्मी खाद उत्पादन की चर्चा की गई। उनके द्वारा बताया गया कि विगत वर्ष कुल 606 क्विंटल खाद का निर्माण किया गया जिसको विक्रय कर तीनो समूह को क्रमश- 53000 रुपये, 33000 रुपये और ₹ 39000 रुपये इस प्रकार कुल सवा लाख रुपये से अधिक की आमदनी अर्जित की।
इस पर संभागायुक्त ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए महिलाओं का उत्साहवर्धन किया ।साथ ही महिला समूह द्वारा तैयार की गई बाड़ी को देखकर संभागायुक्त ने ऐसे अन्य आजीविका संवर्धन के कार्य को करने हेतु सुझाव देते हुए शुभकामनाएं दी। निरीक्षण के दौरान मतवारी गौठान में वर्मी खाद,मुर्गी पालन, और मछली पालन के कार्य देखा गया।
मतवारी के बिहान समूह की दीदियों द्वारा वर्मी खाद का उत्पादन किया गया। अंकुर महिला स्व सहायता समूह द्वारा 42 हजार रुपये और अर्पणा महिला स्व सहायता समूह द्वारा 19 हजार रूपये इस प्रकार 61 हजार रुपये की कमाई हुई। मुर्गी पालन से अष्टांगी माता महिला स्व सहायता समूह ने 45000 रुपये और मछली पालन से अभिलाषा महिला स्व सहायता समूह ने 20000 रूपये की आय की जानकारी दी
जिसकी संभागायुक्त द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई । निरीक्षण के समय संयुक्त संचालक कृषि आर के राठौर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग शैलेश भगत , एडीईओ मनोज देवांगन सहित महिला समूह के सदस्य ग्राम गौठान समिति के सदस्य वा विभिन्न विभाग के मैदानी अमले उपस्थित रहे।
गौठान पहुंच कार्यक्रम के संबंध में चर्चा करते हुए शैलेश भगत सीईओ जनपद पंचायत दुर्ग ने बताया कि जनपद पंचायत के सभी गौठानों का निरीक्षण नोडल अधिकारी द्वारा किया जा रहा है जो गौठान में होने वाले सभी गतिविधियों का अवलोकन कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर संबंधित जनपद पंचायतों में प्रस्तुत करेंगे
जिससे कि गौठनों से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके। सीईओ जनपद पंचायत ने आगे बताया कि शासन के दिशा निर्देश अनुसार जिले के ग्राम पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों में गौठानों का निर्माण कराया गया है एवं सभी जगहा में विभिन्न आर्थिक गतिविधियां जिसमें केचुआ खाद निर्माण,बोरी निर्माण,
सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन, बटेर पालन, मछली पालन एवं अन्य मौसमी गतिविधियां संचालित है। इसी तरह ग्राम गौठान समिति द्वारा गौठनों का संचालन करते हुए गोबर का क्रय किया जा रहा है। इन सब कार्यो को बारीकियों से देखने के लिए जिला स्तर के नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है ।
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