businessव्यापार

पेट्रोल-डीजल की खूब हुई जमाखोरी, कोविड से पहले के स्तर पर पहुंची बिक्री

नई दिल्ली. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद इनकी बिक्री में उछाल आ रहा है. देश में कोरोना शुरू होने और पहली बार लॉकडाउन लगने से पहले के स्तर पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री पहुंच गई है. मार्च, 2022 में पेट्रोल की बिक्री में 38.6 फीसदी और डीजल की बिक्री में 41.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.

मार्च के पहले दो हफ्तों में लोगों ने कीमतें बढ़ने के डर से गाड़ियों की टंकी फुल करवा ली. जबकि डीजल का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं ने भी डीजल का स्टॉक कर लिया. इसके बाद जब 22 मार्च से कीमतें बढ़नी शुरू हुई तो लोगों ने फिर से स्टॉक करना शुरू कर दिया क्योंकि उन्हें इस बात की आशंका सताने लगी थी कि पता नहीं कीमतें कहां तक जाएंगी. उनकी आशंका सच साबित हुई.

पंप मालिकों ने भी बढ़ाया स्टॉक

सिर्फ वाहन मालिकों ने ही नहीं बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों ने भी मार्च में पेट्रोल-डीजल का स्टॉक खूब बढ़ाया. इसके पीछे उनका मकसद दाम बढ़ने पर ज्यादा मुनाफा कमाना था. इसके अलावा कोरोना पाबंदियां हटने से देशभर में आर्थिक गतिविधियों में पहले की तरह तेजी आ गई है. इन वजहों से पेट्रोल-डीजल की बिक्री में उछाल आया है. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते तेल कंपनियों ने नवंबर 2021 के बाद कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की थी.

पिछले दो साल में डीजल की सबसे ज्यादा बिक्री

सरकारी तेल कंपनियों ने मार्च में 26.9 लाख टन पेट्रोल बेचे. यह मार्च 2021 की तुलना में 8.7 फीसदी और मार्च 2020 की तुलना में 38.6 फीसदी ज्यादा रही. मार्च 2019 की तुलना में बिक्री 14.2 फीसदी बढ़ी. इसी तरह डीजल की बिक्री मार्च में 10.1 प्रतिशत बढ़कर 70. 5 लाख टन पर पहुंच गई. पिछले दो साल में इस महीने डीजल की सबसे ज्यादा बिक्री देखने को मिली.

मार्च 2020 की तुलना में इसकी बिक्री 41.6 फीसदी और मार्च 2019 के मुकाबले 5 फीसदी ज्याादा रही. इस महीने के पहले पखवाड़े यानी 1-15 मार्च, 2022 के दौरान पेट्रोल की बिक्री 18 फीसदी और डीजल की बिक्री में 23.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

संपूर्ण खबरों के लिए क्लिक करे 

http://jantakikalam.com

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button