
भोपाल. व्यापमं (प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड) की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में कोई घोटाला नहीं हुआ था. यह दावा सरकार की बुधवार को आई एक जांच रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट के बाद परीक्षा निरस्त होने की सारी संभावानाएं खत्म हो गई हैं. कांग्रेस ने इस मामले में फर्जीवाड़ा और पेपर लीक होने के आरोप लगाते हुए शिकायत की थी.
शिकायत के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के आदेश देते हुए कमेटी का गठन किया था. कमेटी के अध्यक्ष एसीएस स्तर के आईएएस अधिकारी और व्यापमं के चेयरमेन आईसीपी केसरी थे. केसरी ने मैपआईटी की मदद से जांच करते हुए रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है
जांच के पांचों बिंदुओं में क्लीनचिट
कमेटी ने पांच बिंदुओं के आधार पर शिकायत की जांच की थी. पहला बिंदु यह था कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजों में महिलाओं को नियमानुसार आरक्षण नहीं मिला है. कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार आरक्षण प्रावधानों के अनुरूप ही भर्ती की गई है. दूसरा बिंदु यह था कि कट ऑफ मार्क्स घोषित करने को लेकर गड़बड़ी की गई है.
यह आरोप भी पूरी तरह गलत पाए गए हैं. तीसरा बिंदु यह था कि चयनित उम्मीदवार की जगह गैर चयनित को शामिल कर लिया गया. कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक पीईबी ने केवल एक ही बार नतीजा जारी किया है. इसलिए, यह आरोप भी निराधार पाया गया है. चौथा बिंदु सोशल मीडिया पर एक उम्मीदवार को पहले चयनित बताया गया और फिर उसे चयन से हटा दिया गया.
इसमें कमेटी ने पाया कि किसी आसामाजिक तत्व के द्वारा रिजल्ट में छेडछाड़ कर फर्जी तरीके से वायरल किया. पांचवें बिंदु के तहत कमेटी ने स्कोर को नॉमेलाइज करने के फॉर्मूले की जांच की. जांच में यह पाया गया कि नॉर्मेलाइज करने फार्मूला सही पाया गया. इसमें भी कमेटी को कोई गड़बड़ी नहीं मिली है.
यह था मामला
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB) द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती चयन परीक्षा-2020 (ऑनलाइन) में चार दिन पहले धांधली के आरोप लगे थे. भोपाल और देवास के कैंडिडे्टस को ऑनलाइन रिजल्ट में पहले क्वालिफाई दिखाया गया. जब उन्होंने इसका प्रिंटआउट निकाला तो उसमें सेकेंड स्टेज में नॉट क्वालिफाई लिखा हुआ आया.
धांधली के शिकार एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर रोते हुए कहा कि गड़बड़ी हुई है, लेकिन जांच की मांग करूंगा तो वो मेरे पीछे पड़ जाएंगे. वो बड़े लोग हैं. मैं शिकायत नहीं करना चाहता. भोपाल के उम्मीदवार ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी की, लेकिन बाद में हटा ली. उसने किसी तरह की शिकायत करने से भी मना कर दिया.
उसने कहा- मैं नहीं चाहता कि लोग मेरे पीछे पड़ जाएं. मैं परिवार का इकलौता बेटा हूं. मेरे माता-पिता ने भी इस मामले से दूर रहने के लिए कहा है. गड़बड़ी तो हुई है, लेकिन मैं इस मामले में नहीं पड़ना चाहता हूं. इसके बाद से ही विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर बना हुआ था.
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