दुर्ग SSP के मुताबिक, टीम ने जिस आरोपी को पकड़ा है वो मोस्ट वांटेड है. हालांकि, साइबर सेल और बोरी पुलिस ने पूरे मामले की जांच को चौकाने वाली जानकारी सामने आई है. गैंग के साथ मिलकर कई राज्यों के 910 लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
दुर्ग जिले में साइबर सेल और दुर्ग पुलिस ने जिस सेक्सटॉर्शन गैंग के मास्टरमाइंड आरोपी वकील अहमद को बीते 14 मार्च को गिरफ्तार किया, उससे पूछताछ और क्राइम रिकार्ड खंगालने पर बड़ा खुलासा हुआ है. जहां पर आरोपी वकील देश का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल लिस्ट में नाम शामिल है.
पुलिस के अनुसार, वह हरियाणा के मेवात इलाके में रहकर सेक्सटॉर्शन की पाठशाला चला रहा था. बता दें कि आरोपी मास्टरमाइंड वकील अहमद को हरियाणा के मेवात से गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं.
दरअसल, दुर्ग पुलिस के मुताबिक, आरोपी मास्टरमाइंड वकील ने बीते 2 साल में देशभर के 910 लोगों को ब्लैकमेल किया है. इनमें से 467 पीड़ितों ने केंद्र के नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल में शिकायत दर्ज की है. वहीं, तेलंगाना में 78 केस दर्ज हुए.
छत्तीसगढ़ में दुर्ग के साथ दो और जिले में गिरोह के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें 83 मामलों में ही FIR हुई हैं. हालांकि, दुर्ग में 40 शिकायतें भी सामने आईं हैं.
ब्लैकमेल करने के लिए लेते थे सोशल मीडिया का सहारा
बता दें कि शातिर आरोपी लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया था. गैंग के सदस्य लोगों को फर्जी फेसबुक आईडी के जरिए पहले फंसाते और उसके बाद वाट्सऐप पर अश्लील सामग्री भेजते थे.
अपने झांसे में लेने के बाद वे सामने वाले व्यक्ति का का वीडियो रिकार्ड कर लेते थे, फिर उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे. इस प्रकार आरोपी देशभर में कारोबार चला रहे थे.
गांव से चल रही सेक्सटार्शन की क्लास
वहीं, पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी वकील लोहिंगाखुर्द का रहने वाला है. इस दौरान उसने जामताड़ा, राजस्थान और मेवात से सेक्सटार्शन के जरिए ठगी करना सीखा. हालांकि, इस दौरान अपने गांव आकर उसने बाकी लोगों को ठगी करने के लिए क्लासें चालू की.
बता दें कि बीते 12 जून 2021 को बोरी के रहने वाले 25 साल के दीपक देवांगन के आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उसे पकड़ा. इसके अलावा दो अन्य जाहिर अब्बास के रहने वाले गोकलपुर और अजरुद्दीन पिता आसू अब भी फरार चल रहे हैं. फिलहाल उन सभी आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 306, 34 का केस दर्ज है.
आरोपियों को पकड़ने के लिए कोशिश जारी
इस मामले में दुर्ग SSP का कहना है कि पुलिस टीम ने जिस आरोपी सको गिरफ्तार किया है, वो मास्टरमाइंड है, हालांकि, साइबर सेल और बोरी पुलिस द्वारा की गई मामले की जांच-पड़ताल में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं,
उन्होंने कहा कि आरोपी ने गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कई प्रदेशों के 910 लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस के मुताबिक फिलहाल अब तक सेक्सटॉर्शन गैंग के खिलाफ 83 मामले दर्ज होने की जानकारी मिली हैं.
जानिए क्या होता है सेक्सटॉर्शन?
गौरतलब है कि आजकल साइबर ठग लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली कर रहे हैं. जहां वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं.
हालांकि अब भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जाता है.
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