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तीन पीढियां एक साथ खत्म : पिता, फिर बेटा और अंत में खुद, एक को बचाने में तीन की डूबने से हुई मौत

कृष्णमूर्ति अपने गांव के तालाब  में पैर धो रहे थे. उसी वक्त उनकी पैर फिसल गया. वो तैरना नहीं जानते थे. तालाब के गहरे पानी में डूबने लगे. वहां पर उनका पोता भी मौजूद था. अपने दादा को डूबता देख उसने तलाब में छलांग लगा दी, जबकि वह भी तैरना नहीं जानता था. कुछ दूरी पर उनका बेटा भी मौजूद था

तेलंगाना के वारांगल जिले में एक दुखद घटना में परिवार की तीन पीढियां एक साथ खत्म हो गईं. छिन्ना गुरिजाला गांव के नरसमपेट मंडल में 65 साल के कृष्णमूर्ति,  उनके बेटे 35 साल के नागार्जुन और 12 साल का पोता लकी तीनों की एक तालाब में डूबने से मौत हो गई.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना तब घटी जब कृष्णमूर्ति तालाब में पैर धोने के दौरान फिसल गए. उनका पोता जो उनके साथ ही था, वह उन्हें बचाने के लिए कूदा. लेकिन वह भी डूबने लगा. दोनों को डूबता देख नागार्जुन ने भी तालाब में छलांग लगा दी.

लेकिन वह भी उन्हें बचा नहीं सका और खुद भी डूब गया. स्थानीय निवासियों के मुताबिक, तीनों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था. पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से शवों को बाहर निकाला. इस दुखद घटना से पूरा गावं सकते में है.

पहले भी हो चुकी है डूबने की घटना

तेलंगाना में इससे पहले भी ऐसी घटना देखने को मिली थी जब नवंबर 2021 में सरसिल्ला में मनैर नदी में तैरने गए छह लड़के डूब कर मर गए थे.

यह सभी लड़के दोस्त थे और आस पड़ौस में रहा करते थे. लड़के पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लगा सके थे और डूब गए थे. पुलिस मुताबिक इनकी उम्र 11 से 16 के बीच थी.

आंध्र प्रदेश में भी हुआ था हादसा

इसी तरह दिसंबर में  आंध्र प्रदेश में गुंटुर जिले के वैदिक स्कूल के पांच छात्र और शिक्षक स्कूल के बाद नहाने के लिए कृष्णा नदी में गए थे, जहां उनकी डूबने से मौत हो गई थी. ऐसा अनुमान लगाया था कि शायद यह लोग नदी में बनने वाले भंवर में फंस गए थे.

यह सभी छात्र मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से यहां पर पढ़ने आए थे. ऐसे ही नवंबर 2021 में भी तीन आईटीआई के छात्र थोटावल्लुरु के पास कृष्णा नदी में तैरने गए थे और पानी ने उनकी जिंदगी छीन ली थी.

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