नए शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक पाठ्यक्रम संचालित करने की तैयारी है। इसके लिए पाठ्यक्रम बनाए गए हैं। जल्द ही इसे सीनेट के समक्ष रखा जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक प्रोग्राम में मल्टीपल एक्जिट और मल्टीपल इंट्री का विकल्प रहेगा। बीच में पढ़ाई छोड़ने वाला छात्र जितनी पढ़ाई किया रहेगा, उसे उतनी डिग्री मिल जाएगी। बाद में वहीं से आगे की पढ़ाई कर सकेगा। यह बात दीक्षांत समारोह में निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने कही। उन्होंने संस्थाान की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मौजूदा सत्र में बीटेक में 67, एमसीए 57, एमटेक में 19 फीसदी छात्रों को 158 से अधिक कंपनियों में नौकरी मिल चुकी है।
प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि संस्थानों की अटल रैंकिंग में शीर्ष दस में संस्थान ने स्थान हासिल किया है। इनोवेशन काउंसिल और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से चार स्टार से सम्मानित किया गया। कैफेटेरिया 1996 का उद्घाटन किया गया था। पर्यावरण के प्रति संकाय और कर्मचारियों के समर्पण के साथ संस्थान को जिला ग्रीन चैंपियन पुरस्कार से नवाजा गया।
संस्थान ने मेजा ऊर्जा निगम (एनटीपीसी और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम का एक संयुक्त उद्यम), वायटन फार्मास्युटिकल्स जैसे कई प्रमुख खिलाड़ियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एग्रोटेक, प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी और आईटीआई आदि के साथ एमओयू हो चुका है। डीन एकेडमिक प्रो. आरके सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. सर्वेश तिवारी, विभागाध्यक्ष और शिक्षक मौजूद रहे।
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