श्री राम जन्मोत्सव के अवसर पर रामानंदाचार्य स्वामी श्री नरेंद्राचार्य जी महाराज ने ऑनलाइन प्रवचन में कहा कि जिस तरह श्री राम ने वनवास में भी मर्यादा में रहकर रावण का नाश किया उसी प्रकार इस कोरोना काल मे सभी लोगों को अपनी मर्यादाओं का स्वमेव पालन करना चाहिए, तभी आप कुशल रह सकते है। उन्होंने आगे कहा कि जिस जिस बात को लेकर मार्गदर्शन दिया जाता है जैसे मास्क पहनों, जरूरी हो तभी घर से निकले, प्राणायाम आदि योग अभ्यास करेंगे, इन सब बातों का हर परिस्थिति में पालन करके ही बाहर निकल कर आ सकते है। जगद्गुरू नरेंद्राचार्य जी ने अपने प्रवचन में भगवान दत्तात्रेय के द्वारा माने गए 24 गुरु का उदाहरण देकर विपरीत परिस्थितियों का सामना करने का रास्ता बताया। पिछले दिनों उन्होंने अपने सभी शिष्यों को आदेश दिया कि दिन में 2 बार भाप लेना और ज्यादा से ज्यादा अनुलोम विलोम करो तथा बाहर नही निकलो। इसके साथ ही इस कठिन समय में कम से कम 10 मिनिट भक्ति करने को भी कहा। जिससे सभी का मनोबल बढ़ेगा।
पिछले सप्ताह जगद्गुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज संप्रदाय के छत्तीसगढ़ के शिष्यों, भक्तों ने स्वामी जी के श्रीलीलामृत ग्रंथ का साप्ताहिक पाठ ज़ूम ऐप के द्वारा किया। जिसमें बालोद, राजनांदगांव, धमतरी, रायपुर एवं दुर्ग के शिष्यों ने हिस्सा लिया। नरेंद्राचार्य जी महाराज ने अपने सभी शिष्यों एवं भक्तों को आश्वस्त किया कि वे उनके साथ है। संप्रदाय के द्वारा प्रसारित संत्संग, आध्यात्मिक शाला तथा हिंदी मराठी प्रवचन को सुनकर लाभ लेवें और अपना मनोबल बढ़ावें।