केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की भूटान यात्रा की शुरुआत एक अप्रत्याशित घटना के साथ हुई। गुरुवार दोपहर, भूटान के लिए रवाना होते समय उनके विमान की आपात लैंडिंग (Emergency Landing) करानी पड़ी।
भारी बारिश और कम दबाव बना वजह
मिली जानकारी के अनुसार, निर्मला सीतारमण भूटान के लिए रवाना हुई थीं, लेकिन आसमान में कम दबाव और भारी बारिश के कारण विमान को सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।
वित्त मंत्री के कार्यक्रम के मुताबिक, उन्हें आज ही थिम्पू (भूटान की राजधानी) पहुंचना था, लेकिन मौसम की खराबी के चलते उन्हें सिलीगुड़ी में रुकना पड़ा।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, अगर मौसम सामान्य रहा तो सीतारमण शुक्रवार सुबह फिर से भूटान के लिए रवाना होंगी।
भूटान यात्रा का उद्देश्य और कार्यक्रम
निर्मला सीतारमण 30 अक्टूबर से 2 नवंबर 2025 तक की भूटान की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
वह भारत-भूटान आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने के लिए वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं।
यात्रा के पहले दिन उन्हें ऐतिहासिक सांगचेन चोखोर मठ (Sangchen Choekhor Monastery) का दौरा करना था। यह मठ 1765 में स्थापित हुआ था और वर्तमान में इसमें 100 से अधिक भिक्षु आधुनिक बौद्ध अध्ययन में संलग्न हैं।
भूटान नरेश और प्रधानमंत्री से मुलाकात का कार्यक्रम
निर्मला सीतारमण की भूटान यात्रा के दौरान उनका मुलाकात कार्यक्रम भूटान नरेश महामहिम जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे से तय था।
इसके अलावा वह भूटान के वित्त मंत्री लेके दोरजी से द्विपक्षीय वार्ता करेंगी, जिसमें भारत-भूटान के आर्थिक एवं वित्तीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी।
UPI और छोटे उद्योगों से जुड़ी परियोजनाओं का भी निरीक्षण
सीतारमण भूटान में भारत सरकार के सहयोग से संचालित कई प्रमुख परियोजनाओं का दौरा करेंगी।
वह कुटीर एवं लघु उद्योग (CSI) बाजार का भी निरीक्षण करेंगी और UPI आधारित डिजिटल लेनदेन प्रक्रिया का जायजा लेंगी।
हालांकि, इमरजेंसी लैंडिंग के चलते अब उनके कार्यक्रमों की नई रूपरेखा तैयार की जा रही है।
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